Sunday 29 March 2020

अरावली विचार मंच

24.03.2020
अरावली विचार मंच की कार्यकारिणी की आपातकालीन बैठक दिनांक 24.03.2020। 

1.  कोरोना महामारी से सम्बन्धित राजस्थान सरकार के मुख्य मंत्री के राहत कोष में सहयोग। 

जैसा सभी को विदित है कि इस समय देश में कोरोना महामारी की वजह से सभी का हाल अस्त-व्यस्त है। राजस्थान सरकार ने इस महामारी से निपटने के लिए एक विशेष राहत कोष की घोषणा की है। इस घोषणा में सभी लोग और संस्थाएं सहयोग कर रही कर रही हैं। मुझे लगता है कि हमें भी हमारी संस्था अरावली विचार मंच के माध्यम से कोरोना से संबंधित राजस्थान सरकार के राहत कोष में सहयोग करना चाहिए। 

यदि हम व्यक्तिगत तौर पर अलग-अलग छोटी राशि का सहयोग करेंगे तो सहयोग का उतना महत्व नहीं रहेगा। बेहतर होगा कि हम सब पहले अरावली विचार मंच के खाते में सहयोग करें, तत्पश्चात एक साथ अरावली विचार मंच की ओर से सहयोग राशि मुख्यमंत्री जी को राहत कोष हेतू दी जाए। ऐसा करने से एक बड़ी राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जाएगी साथ ही हमने भूमि आवंटन की जो प्रक्रिया प्रारंभ की है उसमें भी हमें मदद मिलेगी। 

प्रस्ताव है कि हम सभी को लगभग 1 दिन के वेतन की राशि इस राहत कोष हेतु दान करें।

2. अरावली ई-पत्रिका का प्रथम अंक  दिनांक 14.04.2020 को प्रकाशित होना है। अत: अधिक से अधिक लेख दिनाांक 31.03.2020 तक प्रेषित कर दे। ई-पत्रिका हेतु विज्ञापन की दर निम्न निर्धारित की जा सकतीी है - 
Back page : Rs. 10000/-
Inner back pages front and rear : Rs. 8000/-
Other pages full: Rs. 5000/-
Other Pages half : Rs 3000/-

क्योंकि इस समय लाॅकडाऊन की वजह से मीटिंग होना संभव नहीं है अत: व्हाट्सएप के माध्यम से इन 2 मदों को मीटिंग का एजेंडा समझते हुए ही इन पर अपनी सहमति एवं टिप्पणी प्रेषित करें। धन्यवाद। 

सादर 
रघुवीर प्रसाद मीना 
महासचिव, अरावली विचार मंच


                       अपील 
कोरोना महामारी से सम्बिन्धत राजस्थान सरकार के मुख्य मंत्री के विशेष राहत कोष में अरावली विचार मंच के माध्यम से आर्थिक सहयोग।

सर्वविदित है कि इस समय देश में कोरोना महामारी से आपात स्थिति उत्पन्न हो गई है। राजस्थान सरकार ने इस महामारी से निपटने के लिए एक विशेष राहत कोष में सर्वसाधारण और संस्थाओं से सहयोग की अपेक्षा की घोषणा की  है। 

हमारी संस्था 'अरावली विचार मंच' की कार्यकारिणी ने निर्णय लिया है कि हम भी कोरोना से सम्बंधित 'राजस्थान सरकार' के राहत कोष में सहयोग करेगें।

निवेदन है कि अरावली विचार मंच का प्रत्येक सदस्य स्वेच्छा से अरावली विचार मंच के खाते में सहयोग करें और करवायें। तत्पश्चात 'अरावली विचार मंच' संस्था अपनी ओर से एकमुस्त राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करवायेगी । ऐसा करने से संस्था द्वारा आवेदित भूमि आबंटन के प्रकरण में मदद मिलेगी। साथ में सदस्यों को 80G के तहत आयकर में भी लाभ मिलेगा। 

*सुझाव है कि "अरावली विचार मंच संस्था" के सभी सदस्य, कम से कम रू. 5000/-'मुख्यमंत्री राहत कोष' हेतु अरावली विचार मंच के बैंक खाते में जमा कराये।* 


Bank account detail AVM


*रामजी लाल मीना*
अध्यक्ष, अरावली विचार मंच 

*रघुवीर प्रसाद मीना*
महासचिव, अरावली विचार मंच 

*राधेश्याम मीना*
कोषाध्यक्ष, अरावली विचार मंच 



@all members of the unity whatsapp group.

सभी को अवगत कराया जाता है कि *अरावली विचार मंच* वर्ष 2003 से एक रजिस्टर्ड संस्था है। इसमें आदिवासी अधिकारी या समकक्ष इसके मेंबर हो सकते हैं। संस्था को 12AA व 80G के सर्टिफिकेट प्राप्त है। यह एकदम लोकतांत्रिक तरीके से पिछले 17 वर्षों से कार्य कर रही है। हर 2 वर्ष में चुनाव होते हैं और नई कार्यकारिणी गठित होती है। अरावली विचार मंच की ओर से राजस्थान सरकार से *आदिवासी विकास केंद्र* हेतु भूमि आवंटन के लिए आवेदन किया हुआ है। इसी बीच यह कोरोना से संबंधित महामारी आ गई है, अरावली विचार मंच की कार्यकारिणी ने निर्णय लिया है कि लगभग ₹500000 एकत्रित करके एकमुश्त मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया जाएगा जिसका कि बाद में आदिवासी विकास केंद्र हेतु भूमि आवंटन में भी लाभ मिल सकेगा। यदि हम अलग-अलग अपने स्वयं से कुछ पैसे देते हैं तो उसका इतना महत्व नहीं रहता जितना कि कोई रजिस्टर्ड संस्था एकमुश्त बड़ी राशि देती है। ऐसा करने से संस्था की एक अलग पहचान भी बनती है।

इस अवसर पर आप सभी से मेरा निवेदन है कि जो भी अधिकारी अपनी इच्छा से अरावली विचार मंच के सदस्य बनना चाहते हैं वे सदस्य बन सकते हैं। लाइफ टाइम मेंबरशिप फी ₹5000 है। साथ में कोरोना वायरस से संबंधित फंड के लिए अपील के अंतर्गत भी सहयोग अपेक्षित हैं। *धन्यवाद* 

सादर 
रघुवीर प्रसाद मीना
 *महासचिव, अरावली विचार मंच*


 *अरावली विचार मंच* वर्ष 2003 से आदिवासी सेवारत एवं सेवानिवृत्त, सरकारी,अर्धसरकारी,प्राइवेट सेक्टर के अधिकाारियों एवं समकक्ष महानुभावों की *रजिस्टर्ड संस्था* है।

इसके मुख्य उद्देश्य में आदिवासियों केे लिए एक *Think Tank* का काम करना, *आदिवासियों में भाईचारे को बढ़ावा देना* और आदिवासियों के *कल्याण* से संबंधित विभिन्न मुद्दों के हल की पहल है। *शिक्षा* के महत्व को सर्वोपरि मानते हुए आदिवासी बच्चों का प्रोत्साहन व आर्थिक सहयोग करती है। प्रताप नगर जयपुर में बनाए गए *बालिका छात्रावास* के निर्माण मे संस्था का सहयोग विशेष रहा है।
 संस्था को  आयकर अधिनियम की धारा 12AA व 80G के अन्तर्गत सर्टिफिकेट प्राप्त है। यह संस्था 17 वर्षों से सेवाकार्य कर रही है। हर 2 वर्ष में लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव द्वारा नई कार्यकारिणी गठित होती है। अधिक जानकारी के लिए संस्था की वेबसाइट www.aravalivicharmanch.org पर विजिट करेें। यदि आप संस्था के उद्देश्यों से सहमत हैं तो संस्था की *सदस्यता* ले सकते हैं।


संस्था की त्रिमासिक *e-magazine * "Aravali" हिन्दी और अंग्रेजी में 14 अप्रैल 2020 को जारी हो रही है। इसमें खासतौर पर आदिवासियों से संबंधित विभिन्न विषयों और व्यक्ति विकास के संबंध में एवं अनुभवी महानुभावों के अनुभवों पर आधारित लेेेख होंगे। इसके अलावा जीवनोपयोगी अन्य मुद्दों पर भी स्तम्भ होगें।

इस मैैैग्ज़ीन का सर्कुलेशन संस्था के सदस्यों के अलावा अन्य आदिवासी ग्रुपस् व संस्थाओं और इच्छुक व्यक्तियों में भी होगा।

किसी भी संस्थान, उत्पाद या सेवा को प्रमोट करने केे लिए इस ई-मैग्जीन के माध्यम से *विज्ञापन* करने का अवसर उपलब्ध है। इसके के लिए स्वागत हैं।

धन्यवाद

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