Saturday 31 March 2018

गम्भीर दुर्घटना से बचने के लिए यात्री को स्टेशन पर छोडने जाते समय कृपया रेल गाड़ी में नहीं चढ़े।

rpmwu124
31.03.2018

गम्भीर दुर्घटना से बचने के लिए यात्री को स्टेशन पर छोडने जाते समय कृपया रेल गाड़ी में नहीं चढ़े। दिनांक 30.03.18 को जयपुर के गाँधीनगर रेलवे स्टेशन पर अपनी बेटी को डबल डैकर ट्रेन में बिठाने के पश्चात चलती गाड़ी से उतरते वक्त एक व्यक्ति का बैलेंस बिगड गया और वह फिसल कर ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच गिर गया जिससे उसके पैर गम्भीर रूप से क्षतिग्रस्त हो गये। रेलवे स्टाॅफ ने पूर्ण समझदारी दिखाते हुए तत्परता से गाडी को रोका व घायल व्यक्ति को बहार निकालकर एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुँचाया।
अक्सर कई लोग ऐसी गलती सामान को एडजस्ट करने में मदद करने की बात कहकर करते है। पहले तो कम सामान लेकर यात्रा करे और यदि किसी कारणवश सामान ज्यादा व भारी हो तो कोच में यदि रेल कर्मी उपलब्ध है तो उसकी अथवा सहयात्रियों की मदद ली जा सकती है। आपके पैर व जिन्दगी बहुत ही कीमती है, कृपया लापरवाही नहीं बरते।
यदि अति अतिविशेष परिस्थितियों में व्यक्ति को कम स्पीड पर चलती गाड़ी से उतरना ही पड जाये तो उतरते समय मुँह व चलने की दिशा गाडी के चलने की दिशा में रखना चाहिए एवं उतरने के पश्चात गाड़ी के साथ साथ चलना या दौडना चाहिए ना कि एकदम रूकना।
निवेदन है कि जब भी आप अपने परिवार के सदस्यों , रिश्तेदारों या दोस्तो को छोडने (see off करने) रेलवे स्टेशन पर जाये तो कृपया गाड़ी में नहीं चढ़े।
साथ साथ जिस व्यक्ति को यात्रा करनी है उसकी भी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह उसको छोडने आये व्यक्ति के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए उसे केवल सामान जमाने जैसे छोटे से काम के लिए गाड़ी में अन्दर प्रवेश नहीं करने दे।
आओ प्रण ले कि जब भी हम किसी प्रियजन को रेलवे स्टेशन पर छोडने जाये तो कोच में प्रवेश नहीं करेगें एवं यदि यात्री है तो छोडने आने वाले को गाडी में नहीं चढ़ने देंगे।
सतर्क आदतें ही संरक्षा है।
रघुवीर प्रसाद मीना
अपर मंडल रेल प्रबंधक (आॅपरेशंस)
जयपुर मंडल, उत्तर पश्चिम रेलवे।