Sunday 22 March 2020

आदिवासी रेल परिवार - सम्पूर्ण भारतीय रेल

rpmwu259
16.08.2019

आदिवासी रेल परिवार - सम्पूर्ण भारतीय रेल

भारतीय रेल हमारे देश में सरकारी क्षेत्र में डायरेक्ट व इनडायरेक्ट जाॅब मुहैया कराने वाली सबसे बड़ी सरकारी ऑर्गेनाइजेशन है। आदिवासी समुदाय के लोग सरकारी जॉब को प्राइवेट बिजनेस या प्राइवेट जॉब की अपेक्षा ज्यादा महत्व देते हैं। तदनुसार रेलवे में उनकी संख्या अन्य विभागों की अपेक्षा काफी अधिक है। भारतीय रेल संपूर्ण देश में अधिकांश राज्यों एवं यूनियन टेरिटरीज् को रेल नेटवर्क के माध्यम से जोड़ती है। हर स्थान पर रेलवे के कर्मी कार्यरत रहते हैं जिनमें आदिवासी समुदाय के कर्मी भी शामिल होते हैं। भारतीय रेल में पहले से ही आॅल इंडिया एससी एसटी रेलवे एम्पलाइज एसोसिएशन बना हुआ है और वह अपना कार्य करता है। आदिवासी समुदाय के लोग जहां पर भी होते हैं एक दूसरे से अंतर्मन से जुड़े होने के कारण एक दूसरे की मदद करते हैं और परेशानी इत्यादि आने पर समाधान करने का हरसंभव प्रयत्न करते हैं। जब नई भर्तियां होती है तो सभी ने देखा कि परीक्षार्थियों एवं जिन बच्चों का सलेक्शन हो जाता है उनके मेडिकल या फिजिकल फिटनेस टेस्ट के दौरान उनको रहने, खाने व दिशा निर्देश देने इत्यादि से संबंधित सभी प्रकार की सहायता करने की हर स्तर पर प्रयास किये जाते हैं। जॉब लगने के पश्चात भी उन्हें जब कोई परेशानी होती है तो आदिवासी समुदाय के लोगों से बात करना और उनसे सहायता प्राप्त करना आसान लगता हैं और उसी के अनुसार वे उनके पास अपेक्षा रखते हुए अपनी समस्याएं बताते हैं। यह प्रकट करते बड़ी प्रसन्नता है कि अधिकतर लोग एक दूसरे की मदद करते हैं।
मुझे लगता है कि अब वक्त है कि आदिवासी रेल परिवार को एक व्यवस्थित ढंग से आॅर्गनाईज कर लिया जाए ताकि एक दूसरे की मदद करने की ताकत मजबूत होगी व संगठन होने के अनेक लाभ होते ही हैं।
संगठन : इस संस्था का ढांचा मूल रूप से रेलवे के ऑर्गनाइजेशनल ढांचे जैसे अपेक्स बाॅड़ी, जोनल रेलवेज्, प्रोडक्शन यूनिट्स व मंडलों में विभक्त किया जा सकता हैं। सभी स्थानों पर जो संगठन होंगे वे एक दूसरे से रेलवे के स्ट्रक्चर की तरह ही जुड़े होगें। एक्जिक्यूटिव कमिटी का निर्माण लोकतांत्रिक तरीके से होगा।
एक्जीक्यूटिव कमिटी : 1. अध्यक्ष (एक) 2. उपाध्यक्ष (साधारणतया 1 व अधिकतम 3) 3. महासचिव (एक) 4. कोषाध्यक्ष (एक) 5. संयुक्त सचिव (दो) 6. एक्जीक्यूटिव मेंम्बर्स (साधारणतया 5 व अधिकतम 9)।
सदस्यता - सेवारत व सेवानिवृत्त आदिवासी रेलकर्मी (अधिकारी व कर्मचारी) तथा रेलवे से जुड़े हुए अन्य आदिवासी यथा पहले रेल सेवा करने वाले, कुली, वेन्डर, ठेकेदार, ठेके पर कार्य करने वाले कर्मी अथवा जो भी आदिवासी व्यक्ति रेलवे या रेलवे कर्मियों से संबंध रखना चाहता है, वे सब इस संस्था के अर्थात "आदिवासी रेल परिवार" के सदस्य बन सकते हैं। सदस्यता फी सालाना एवं लाईफटाईम दोनों प्रकार की ही होंगी। मासिक रू. 100/- के अनुसार सालाना फी रू. 1200/- रखी जा सकती है और लाईफटाईम रू. 11000 हो सकती है। सभी मंडल यूनिटों से 25% राशी जोनल बाॅड़ी के लिए व 15% राशी अपेक्स बाॅड़ी के लिए जायेगी। शेष 60% उनके स्वयं के लिए होगी।
उद्देश्य : 1. आदिवासी रेल कर्मियों में भाईचारे व एकदूसरे के उत्थान की भावना को सूदृढ़ करना।
2. आदिवासी रेल कर्मियों को अच्छी गुणवत्ता का कार्य करने व स्वयं और दूसरों की स्किल बढ़ाने हेतु प्रेरित कर आदिवासियों की" ब्रांड वैल्यू " बढ़ाना।
3. दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले आदिवासियों के मन में रेलवे के प्रति आकर्षण पैदा करना।
4.  रेलवे के साथ प्राइवेट कार्य करने वाले आदिवासी व्यक्तियों के मन में एक सहयोग की भावना जागृत करना ताकि ऐसे लोगों की संख्या अधिक से अधिक बढ़े।
5. अन्य विभागों में कार्यरत आदिवासी कर्मियों व आदिवासी प्राईवेट व्यक्तियों के साथ तालमेल बिठाकर आदिवासियों के हितों की बात करना।
6. पर्यावरण संरक्षण व कमजोर वर्गों के हितों हेतु समय-समय पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करके जागृति फैलाना।
7. आदिवासियों में शिक्षा को बढ़ावा देना और उन्हें उन्नति से रोकने वाले धार्मिक अंधविश्वास के प्रदूषण और रिति रिवाजों से दूर रहने हेतु जागृत करना।
8.  आदिवासियों के हितों के लिए बनाई गई सरकारी नीतियों व योजनाओं का अध्ययन कर उनकी जानकारी देना ताकि आदिवासी क्षेत्रों में सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं सफल हो सके।
9.  रेलवे में कार्यरत या रेलवे से जुड़ी हुई बड़ी कंपनियों को आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासियों के कल्याण हेतु कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करना।
10. आदिवासियों के हितों के लिए सरकारी नीतियों को प्रभावित करने के लिए कार्य योजना व जागृति।
उक्त प्रकार सोची गई संस्था का राष्ट्रीय स्तर पर रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा। आप सभी से अनुरोध है कि जो भी इस संस्था से जुड़ना चाहता है वे कृपया अपना मत व सूझाव व्यक्त करें। साथ ही अपना नाम, पदनाम, पोस्टिंग का स्थान, मोबाइल न. इत्यादि संलग्न गूगल फॉर्म के माध्यम से मुहैया कराएं।
https://docs.google.com/forms/d/e/1FAIpQLSey1I9sPL2BoMXEfEI_P1XI5dSbWk56l8p9OKSy5xMneuGItw/viewform
धन्यवाद
रघुवीर प्रसाद मीना

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