rpmwu224
19.04.2019
दिनांक 20 अप्रैल 2019 को जोधपुर में जनजाति सम्मेलन आयोजित किया गया। जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में जनजातियों की उपस्थिति प्रदर्शित करने के लिए यह बहुत ही समझदारी पूर्ण उठाया गया सराहनीय कदम है। इस क्षेत्र में विभिन्न जनजाति समूहों जैसे भील, मीणा, धाणक, नायक इत्यादि के होने के बावजूद सामान्यतः लोग समझते हैं कि जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में जनजातियों की बहुत कम जनसंख्या है, 8-10 हजार वोटर्स ही समझे जाते है। परंतु वास्तव में वहां पर 80000 से अधिक वोटर्स है। जोकि किसी भी कैंडिडेट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
जिन भाईयों-बहनों ने इस सम्मेलन को आयोजित करवाने की परिकल्पना की एवं इसे वास्तविक रूप दिया वे धन्यवाद के पात्र हैं। इस क्रम में श्री ताराचंद मीना, आरआरएस, पन्नालाल मीना, आरपीएस, श्री जनक सिंह, प्रोफेसर, डाॅ भवि मीना, श्रीमती कांता भील, श्री विश्राम मीना,काजरी, श्री बुधराम मीना, सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलवे, श्री राजकुमार मीना, जूनियर इंजीनियर रेलवे एवं अन्य अनेक आदिवासी महिला एवं पुरुषों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
जिन क्षेत्रों में आदिवासियों के वोटों की संख्या बहुत अधिक नहीं है वहां ऐसे सम्मेलन आयोजित करके यूनिटी दिखाते हुए कैंडीडेट्स से अपनी बात कहनी चाहिए ताकि उन्हें एहसास रहे की अनुसूचित जनजाति के लोगों ने उन्हें वोट दिया है और वे यूनाइटेड है ताकि वह उनके कार्य करने के प्रति गंभीर रहे।
इसी क्रम में सीकर लोकसभा हेतु कुछ दिन पूर्व श्री प्यारे लाल मीणा, एडवोकेट व उनकी टीम ने भी चौंमू में इसी प्रकार का आयोजन किया। वे भी बधाई व धन्यवाद के पात्र है।
अन्य स्थानों पर जहां भी जनजाति के वोटर्स की संख्या बहुत अधिक नहीं हो वहां इस प्रकार के आदिवासी सम्मेलन करके कैंडिडेट को वोटिंग से पहले अवगत करा दिया जाए तो उससे आदिवासी समाज की यूनिटी एवं समझदारी दोनों प्रदर्शित होगी और चुनाव जीतने पर कैंडिडेट पर एहसान रहेगा और वह जनजाति समुदाय के लोगों के कार्य करने के लिए गंभीर रहेगा।
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