rpmwu313
06.03.2020
किसान, उसके परिवार और बहन बेटियों एवं बच्चों के लिए उन सभी के सपने खेती की कमाई से जूड़े रहते है। बेमौसम भारी बरसात व ओलो के कारण फसल चौपट हो जाने से किसान व उसके समस्त परिवार के #सपने #कांच_के_बर्तन की तरह #टूट गये हैं। #किसान की #आमदनी_साल_में_दो_बार होती है परन्तु #खर्चे_हर_रोज होते हैं। मैं व्यक्तिगत तौर पर इस दर्द को गहराई से समझ सकता हूँ।
ऐसा किसान के साथ वर्षों से होता आ रहा है। परन्तु आज के समय में फसल की #लागत में #बढ़ोतरी हो जाने के कारण नुकसान की #मार_ज्यादा_गंभीर हो गई है।
ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए क्या करना चाहिए?
#सरकार : #तुरंत_सर्वे करवाकर बड़े उदार मन से किसानों को स्वयं व बीमा कंपनियों से #मुआवजा दिलवाये।
#किसान : समस्त जमीन में साधारण गैंहू, सरसो, चने की फसल करने की अपेक्षा अपनी स्कील को बेहतर करके अधिकतर भूमि पर अमरूद, आंवला, पपीता, व सब्जियों की खेती करना प्रारंभ करें ताकि इस प्रकार के खतरनाक नुकसान बचकर आमदनी को और बेहतर बना सके।
#आपके_विचार से और क्या क्या #उपाय हो सकते हैं?
रघुवीर प्रसाद मीना
No comments:
Post a Comment
Thank you for reading and commenting.