Sunday 19 July 2020

पैट्रोमेक्स को सिर पर ढ़ोने वाले दूसरों को तो उजाला करते है परन्तु स्वयं अंधेरे में ही रहते है।


rpmwu366 dt. 19.07.2020

शादियों में आप सभी ने यह देखा होगा कि जो लोग पेट्रोमैक्स (गैस) को सिर पर रखकर ढ़ोते हैं वे दूसरों के लिए तो अच्छा उजाला कर देते हैं परंतु स्वयं अंधेरे में ही रहते हैं। यह बात आम वोटर के लिए भी है कि वे  नेताओं के लिए तो उजाला कर देते हैं परंतु स्वयं अधिकांशतः अंधेरे में ही रहते हैं। 

वोटरस् को इस बात को समझने की जरूरत है कि वे सिर पर पेट्रोमैक्स ढोकर केवल दूसरों को ही तो उजाला नहीं कर रहे हैं? क्या उनके द्वारा दिए जाने वाले सपोर्ट से उनके स्वयं का जीवन भी बेहतर हो रहा है अथवा नहीं? क्या नेता आमआदमी के हितों के काम भी करते है या नहीं? 

इसी कड़ी में पाँचना डैम से 1990-91 से 2005-06 के बीच 13 वर्षों तक सिंचाई करने वाली नहरों में 14 वर्षों से पानी नहीं आने से 47 गांवों की 40000 बीघा भूमि के असिंचित रहने से क्षेत्र के किसानों को लगभग ₹1400 करोड़ नुकसान हो चुका है। राजनेताओं ने 14 वर्षों से बंद पाँचना डैम की नहरों में पानी खुलवाने के लिए कोई खास पहल नहीं की। कमांड एरिया के वोटरस् भी 14 वर्षों से राजनेताओं की जिंदगी में तो उजाला कर रहे है लेकिन स्वयं पानी की किल्लत रूपी अंधकार में जी रहे है। विचार करें कि स्वयं के हितों की अनदेखी कर कमांड एरिया के वोटरस् सिर पर पैट्रोमेक्स रखकर नेताओं को कब तक उजाला करते रहेंगे? 

सादर 
रघुवीर प्रसाद मीना 

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