Tuesday 21 July 2020

पाँचना डैम की नहरों में पानी खुलवाने हेतु चलाए जा रहे अभियान में जनजागृति के मुद्दे।

rpmwu369 dt. 21.07.2020

हर पाँचना चौपाल व मीटिंग शपथ के पश्चात निम्न नारों के साथ सम्पन्न करें -

1. कब होगा किसान का उद्धार,
जब खुले पाँचना का द्वार।
2. कब मिलेगा युवा को रोजगार,
जब खुले पाँचना का द्वार।
3. कब रूकेगा पलायन,
जब खुले पाँचना का द्वार।
4. कब होंगे डेरी उधोग,
जब खुले पाँचना का द्वार।
5. कब लगेगी नशे पर रोक,
जब खुले पाँचना का द्वार।
6. कब हो़गे कर्जे से मुक्त,
जब खुले पाँचना का द्वार।
7. कब होंगे शिक्षा में आगे,
जब खुले पाँचना का द्वार।
8. कब होंगे बच्चे पहवान,
जब खुले पाँचना का द्वार।
9. कब बढ़ेगा भूजल स्तर,
जब खुले पाँचना का द्वार।
10. कब मिलेगी फ्लोराइड से मुक्ति,
जब खुले पाँचना का द्वार।
11. कब होंगे शादी और ब्याह,
जब खुले पाँचना का द्वार।
12. कितने दिन से बंद है पानी,
14 वर्षों से, नहर है प्यासी।
13. अब तक कितना लाॅस हो चुका,
डूब गये 1400 करोड़।
14. कितने गांवों की है बात,
47 के बिगड़े हाल।
15. कितने लोग है परेशान,
सवा लाख से ज्यादा मान।
16. कितनी भूमि प्यासी है,
40 हजार उदासी है।
17. फिर भी पानी, नहीं खुल पाया,
संघठित नहीं हुए, हम लोग।
18. हम अपना अधिकार मांगते,
नहीं किसी से भीख मांगते।
19. 14 वर्षों से चल रहा है अत्याचार,
अब की बार खुलवायेंगे द्वार।
20. अब हमने यह ठाना है,
सबने मिलकर ठाना है,
नहरों में पानी लाना है।
21. पांचना का पानी लाएंगे,
खेतो की हरियाली लौटायेंगे।
22. संगठन में शक्ति है,
पानी लाना हमारी भक्ति है।
23. ना भटकेंगे, ना भडकेंगे,
बिना थके, बिना रूके ,
आगे बढ़ते जाना है।
24. 14 वर्षों की दादागीरी को,
गाँधीगीरी से मिटाना है,
सोते जिम्मेदारों को जगाना है।
25. जय हिन्द की सौगन्ध खानी है,
नहरों में लाना पानी है।

यदि किसी पाँचना मित्र के मन में कोई बेहतर नारे हो या इन्हें और बेहतर किया जा सके तो अवश्य सुझाव दे।

No comments:

Post a Comment

Thank you for reading and commenting.