Thursday 10 June 2021

Elite (अभिजात) : जो कमजोर का ध्यान नहीं रखे वह एलीट कहलाने योग्य नहीं है।

rpmwu404 dt. 10.06.2021

शब्दकोश की परिभाषा के अनुसार एलीट (अभिजात) सबसे धनवान, सबसे शक्तिशाली, सबसे ज्यादा पढ़ा लिखा अथवा सबसे प्रशिक्षित ग्रुप के लोग होते है।

यदि कोई व्यक्ति उससे आर्थिक, शारीरिक, मानसिक, सामाजिक या अथॉरिटी में कमजोर व्यक्तियों का शोषण करें अथवा उनसे अपेक्षित ढंग से व्यवहार नहीं करे या प्रताड़ित करे तो क्या ऐसे लोग एलीट कहलाने योग्य है? मेरे मतानुसार बिलकुल नहीं, क्योंकि कोई व्यक्ति यदि उससे कमजोर का शोषण करे तो वह मानसिक रूप से बिलकुल भी एलीट नहीं है वह लालची या खुदगर्ज या घमंडी या कम समझदार होने की वजह से मानसिक रूप से कम विकसित है। दूसरों का ध्यान नहीं रखने वालों को एलीट समझा ही नहीं जा सकता है। 

छोटे कर्मचारियों व जूनियर्स पर बेवजह रोब जमाने वाले, ठेके के कर्मियों के न्यूनतम वेतन की चोरी करने वाले, रिश्वत लेने वाले, कमजोर व गरीब का शोषण व अत्याचार व उनकी मजबूरी का लाभ उठाने वाले लोग एलीट नहीं हो सकते है।

यदि किसी को वास्तविक रूप से एलीट ग्रुप का सम्मान चाहिए तो उसे कमजोर व गरीब का सम्मान व मदद करनी चाहिए। उनके जीवन को बेहतर बनाने में प्रसन्नता महसूस करनी चाहिए। किसी भी प्रकार का शोषण तो कदापि नहीं करें। छोटों के जीवन को बेहतर बनाना ही मानवीयता व एलीट होने की खास पहचान है। 

सादर 
रघुवीर प्रसाद मीना 

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