rpmwu172 dt. 17.12.2018 एवं समय समय पर अपडेटेड।
पाँचना बाँध का निर्माण करौली शहर 12 किलोमीटर दूर पाँच नदियों 1. बरखेड़ा 2. भद्रावती 3. मॉची 4. भैसावट 5. अटाकी के संगम से बनी गम्भीर नदी पर हिण्डौन-करौली मार्ग पर गुडला के पास किया गया है। इसका निर्माण वर्ष 1977 से लेकर 2004 के मध्य विभिन्न चरणों में लगभग 125 करोड़ रूपये की लागत से संपन्न हुआ। महत्वपूर्ण तथ्य यह भी है कि जब नहर की प्लानिंग हुई थी तब करौली सवाईमाधोपुर डिस्ट्रिक्ट का ही हिस्सा था क्योंकि करौली 1997 में राजस्थान का 32 वां जिला बना था। इस बाँध की भराव क्षमता 2100 मिलियन क्यूबिक फीट (5947 करोड़ लीटर) , 240 डैड व 1860 लाइव स्टोरेज है अर्थात् इस बाँध से 1860 एमसीएफटी (5267 करोड़ लीटर) पानी सिंचाई हेतु उपलब्ध हो सकता है।
पाँचना बाँध का कुल कमाण्ड क्षेत्र 9985 हैक्टेयर (39478 बीघा), 35 गांवों में है जोकि दो जिलों सवाई माधोपुर व करौली में विभाजित है। करौली जिले के 18 गाँवों की 4895.93 हैक्टेयर व सवाई माधोपुर के 17 गाँवों की 5089.03 हैक्टेयर भूमि कमाण्ड क्षेत्र में आती है। इसकेे अलावा 12 और गाँँवों की भूमि भी सिंचित होती है। इस प्रकार कुल 47 गाँवों की भूमि सिंचित होती है।
एक बीघा खेत का क्षेत्रफल 165 फीट x 165 फीट = 27225 वर्गफीट होता है। एक बार की सिंचाई हेतु भूमि को लगभग 4 इंच अर्थात् 4/12 =1/3 फीट पानी की आवश्यकता होती है। इस प्रकार एक बीघा खेत की सिंचाई के लिए 27225 x 1/3 = 9075 घन फीट पानी की आवश्यकता रहती है। पाँचना बाँध की सिंचाई क्षमता के अनुसार इस बाँध से 204959 बीघा भूमि को एक बार या कमाण्ड क्षेत्र की भूमि को 5 बार भराया जा सकता है। महत्वपूर्ण बात यह भी है कि इस डैम की नहरों में वर्ष 1991-91 से 2005-06 के बीच, 13 सालों तक पानी छोड़ा गया। परन्तु अब वर्ष 2006 अर्थात 14 वर्षो से बेवजह उदासीनता के कारण नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। जिससे क्षेत्र के सभी समाजो की लगभग 1. 25 लाख से भी ज्यादा जनसँख्या भयंकर तरह से परेशान व कुपित है। इसी प्रकार गुड़ला लिफ्ट परियोजना के प्रोजेक्ट में भयंकर देरी होने से वहां के किसान भी दुखी है।
सूचना के अधिकार के तहत् मेरे द्वारा माँगी गई सूचना के अनुसार वर्ष 2004 से 2006 तक 9985 हैक्टेयर भूमि के लिए सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई गई परन्तु वर्ष 2006 के उपरान्त बाँध में पानी की अवाक होने के बावजूद भी बिना ठोस कारणों के नहर में पानी नहीं छोड़ा गया। पाँचना डैम कमांड एरिया विकास परिषद की माँग या अन्य किसी कारण से 13 वर्षो के पश्चात् दिनांक 10 जून 2020 को दिन में 1 बजे के आसपास नहर में पानी खोला गया परन्तु स्थानीय लोगों के विरोध के कारण उसे दिनांक 11 जून 2020 को सुबह ही बंद कर दिया गया।
नहरों में पानी नहीं छोड़ने के कारण कमाण्ड क्षेत्र के गाँवों के किसानों को निम्नलिखित हानियां हो रही है -
1. सिंचित व असिंचित फसल के उत्पादन की मात्रा में अन्तर के कारण किसानों को प्रति वर्ष लगभग 100 करोड़ रूपये से ज्यादा की आर्थिक हानि होती हैं। नहर में सिंचाई हेतु पिछले 14 वर्षो से पानी नहीं आने के कारण कमांड एरिया के किसानों को अब तक रु. 1400 करोड़ व गुड़ला लिफ्ट परियोजना के किसानों को प्रोजेक्ट में भयंकर देरी होने से रु. 160 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चूका है।
2. जिन थोड़े बहुत किसानों के पास भूजल की उपलब्धता है, सिंचाई हेतु पानी उपयोग करने के लिए उन्हें बिजली व डीजल संचालित उपकरणों का प्रयोग करना पड़ता है जिससे कृषि उत्पादन की लागत बहुत अधिक बढ़ जाती है।
3. भूमि क्रय-विक्रय के समय रजिस्ट्री के चार्ज तथा भेज कमाण्ड एरिया होने के कारण बढ़ी हुई दर से लगते है।
4. ट्यूबेल व पम्पिंगसेट के माध्यम से भू-जल के अधिक दोहन की वजह से भू-जल का स्तर बहुत नीचे चला गया है जिससे पीने के पानी तक की समस्या हो जाती है। बोरवेल से फ़्लोराइडयुक्त खारे पानी के कारण ज़मीन की उर्वरकता ख़राब हो रही है। कुछ गांवों में तो बाहर से मिट्टी लानी पड़ती है।
5.पानी की कमी के कारण चारा नहीं होने से पशुपालन का व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
6. पानी की किल्लत से खेती नहीं होने के कारण कम भूमि वाले कृषको को रोजगार के लिए क्षेत्र से शहरों की ओर पलायन करना पड़ रहा है।
7. रोजगार नहीं होने से युवा विभिन्न प्रकार की असामाजिक गतिविधियों एवं स्मैक जैसे ख़तरनाक नशे के शिकार हो रहें है।
8. पांचना डैम के लगातार भरे रहने से भराव क्षेत्र में हमेशा पानी रहता है जिसके कारण वहां पहले गर्मियों के दिनों में माली जो सब्जी करते थे उनका रोजगार छीन गया हैं और आसपास के लोगों के ताजा सब्जियां भी नहीं मिलती है।
9. आमदनी नहीं होने से क्षेत्र के किसान कर्जदार बन रहें हैं। बच्चों को शिक्षा दिलाने तक में गंभीर समस्याएं आ रहीं है।
10. क्षेत्र की जनता की आर्थिक स्थिति ख़राब होने से व्यवसाय करने वाले लोगों व मजदूरों और सभी की हालत भी ख़राब हो रही है।
11. नहर में पानी नहीं खोलने से सरकार की छबि भी खराब हो रही है। सम्पूर्ण व्यवस्था के प्रति नागरिकों के मन में ख़राब भाव आता है।
6. पानी की किल्लत से खेती नहीं होने के कारण कम भूमि वाले कृषको को रोजगार के लिए क्षेत्र से शहरों की ओर पलायन करना पड़ रहा है।
7. रोजगार नहीं होने से युवा विभिन्न प्रकार की असामाजिक गतिविधियों एवं स्मैक जैसे ख़तरनाक नशे के शिकार हो रहें है।
8. पांचना डैम के लगातार भरे रहने से भराव क्षेत्र में हमेशा पानी रहता है जिसके कारण वहां पहले गर्मियों के दिनों में माली जो सब्जी करते थे उनका रोजगार छीन गया हैं और आसपास के लोगों के ताजा सब्जियां भी नहीं मिलती है।
9. आमदनी नहीं होने से क्षेत्र के किसान कर्जदार बन रहें हैं। बच्चों को शिक्षा दिलाने तक में गंभीर समस्याएं आ रहीं है।
10. क्षेत्र की जनता की आर्थिक स्थिति ख़राब होने से व्यवसाय करने वाले लोगों व मजदूरों और सभी की हालत भी ख़राब हो रही है।
11. नहर में पानी नहीं खोलने से सरकार की छबि भी खराब हो रही है। सम्पूर्ण व्यवस्था के प्रति नागरिकों के मन में ख़राब भाव आता है।
आस पास के लोगों की मांग के अनुसार 13 गांवों की लगभग 8000 बीघा ज़मीन की सिंचाई हेतु 200 एम.सी.एफ़.टी. पानी देने के लिए 13.21 करोड़ रूपये की लागत से लिफ्ट योजना बनाने हेतु 2010-11 से निर्माण कार्य अत्यंत धीमी गति से चल ही रहा है। कार्य लगभग सम्पूर्ण हो चूका हैं। फिर भी कंमांड एरिया के गॉंवों हेतु नहर में पानी नहीं खोला जाना, सरकार व् राजनेताओं की किसानों के दुःख के प्रति उदासीनता दर्शाता है एवम यह भी लगता है कि सरकार असामाजिक तत्वों का साथ दे रही है।
14 वर्षों में गरीब किसानों को 1400 करोड़ का जो नुकसान हुआ है वह 1400 करोड़ के भ्रष्टाचार से भी ख़राब है फिर भी जिम्मेदार लोग सो रहे है। इन 14 वर्षों में बिना नहरों में पानी खोले, पाँचना डैम से सम्बन्धित अधिकारियों व कर्मचारियों को लगातार सैलरी व भत्ते दिए जा रहे है। विरोध का केवल नाम है, 14 वर्षों में किसी के भी विरुद्ध कोई कार्रवाई तक नहीं हुई है। सभी जिम्मेदार लोग असंवेदशीलता व निकम्मेपन का परिचय दे रहे है, जो कि शर्मनाक है।
आवश्यकता है कि सरकार, सभी पार्टियो के राजनेता व समझदार समाज सेवी कंमांड एरिया के गॉंवों के किसानों की पीड़ा को समझे एवम पांचना बांध की नहर में पानी खुलवायें । व्यक्तिगत तौर पर हम सभी राजस्थान संपर्क पोर्टल व ट्विटर पर नहर में पानी खुलवाने के लिए सरकार से अनुरोध/शिकायत करें एवम अपने अपने जानकर नेताओ से भी कुछ करने हेतु निवेदन करें ताकि एक जनजागृति पैदा करने में हम हमारा रोल तो अदा कर सके।
पांचना डैम के कमांड एरिया की नहर में पानी खुलवाने हेतु सामाजिक कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाकर योजनाबद्ध मुहिम चलाने के लिए एक गूगल फॉर्म डिज़ाइन किया गया है। कमांड एरिया के गांवों व दूसरे सभी इच्छुक सामजिक कार्यकर्त्ता कृपया अपनी जानकारी इस फॉर्म में उपलब्ध करवाएं एवं ट्विटर अकाउंट बनायें ताकि रणनीति के मुताबिक क्षेत्र के लोगों की आवाज़ उठाई जा सके। अधिक जानकारी व सुझावों के लिए श्री रघुवीर प्रसाद मीना, मो. 8209258619, ग्राम - पीलोदा से संपर्क कर सकते है।
पांचना डैम के कमांड एरिया की नहर में पानी खुलवाने हेतु सामाजिक कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाकर योजनाबद्ध मुहिम चलाने के लिए एक गूगल फॉर्म डिज़ाइन किया गया है। कमांड एरिया के गांवों व दूसरे सभी इच्छुक सामजिक कार्यकर्त्ता कृपया अपनी जानकारी इस फॉर्म में उपलब्ध करवाएं एवं ट्विटर अकाउंट बनायें ताकि रणनीति के मुताबिक क्षेत्र के लोगों की आवाज़ उठाई जा सके। अधिक जानकारी व सुझावों के लिए श्री रघुवीर प्रसाद मीना, मो. 8209258619, ग्राम - पीलोदा से संपर्क कर सकते है।
जानकारी भरने के लिए गूगल फॉर्म की लिंक हेतु इस लाईन को क्लिक करें। https://bit.ly/369auoz
आवश्यकता महसूस होने पर पांचना डैम कमांड एरिया विकास परिषद का गठन किया जायेगा जिसके निम्नलिखित उदेश्य होंगे -
दिनांक 19.05.2020 पांचना डैम की नहरों में पानी खोलने के सम्बन्ध में फेसबुक लाइव कार्यक्रम में हिस्सा लिया था। देखने के लिए कृपया नीचे दी गई लिंक पर क्लिक करें एवं आपके सुझाव अवश्य दें।
इस मुहिम में जुड़ने हेतु गूगल फॉर्म की लिंक नीचे दी हुई है -
इच्छुक सामाजिक कार्यकर्ता इस गूगल फॉर्म में जानकारी भर सकते हैं और इसे दूसरों को जानकारी भरने के लिए शैयर भी कर सकते हैं। साथ में जिनके पास व्हाट्सप्प वाला मोबाइल नहीं है उनकी जानकारी भरने में मदद करें।
अभी तक पांचना डैम से नहर में पानी खुलवाने के लिए चलाई जाने वाली मुहिम हेतु जिन सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जानकारी भरी है, उनकी समरी निम्न लिंक पर देखी जा सकती है।
https://bit.ly/2yZ3myZ
फेसबुक पर #पांचना_डैम_कमांड_एरिया_विकास_परिषद के नाम से एक #पब्लिक_ग्रुप, पांचना डैम के कमांड एरिया की नहरों में पानी खुलवाने हेतु सामाजिक कार्यकर्ताओं का एक मंच बनाने के उद्देश्य से बनाया गया है। इस ग्रुप के माध्यम से आपसी विचार विमर्श एवं सूचनाएँ सुलभता से सम्प्रेषित हो सकेगी। सभी इच्छुक सामाजिक कार्यकर्ता एवं भाई बहन कृपया इस ग्रुप का हिस्सा बने और साथ में अपना ट्विटर अकाउंट भी बनायें ताकि रणनीति के मुताबिक क्षेत्र के लोगों के दुःख को समझाने और उसके समाधान के लिए आवाज़ उठाई जा सके। अधिक जानकारी व सुझावों के लिए श्री रघुवीर प्रसाद मीना, मो. 8209258619, ग्राम - पीलोदा से संपर्क कर सकते है। #फेसबुक पर #पांचना_डैम_कमांड_एरिया_विकास_परिषद से जुड़ने के लिए निम्न लिंक को क्लिक करके ग्रुप को ज्वाइन करे।
https://bit.ly/2ThOX7W
ट्विटर अकाउंट को अधिक से अधिक संख्यां में फॉलो करें एवं इस सम्बन्ध में किये गए ट्वीट्स को सम्बन्धितों के साथ इस अकाउंट पर भी भेजें।
Very good आपने सच्चाई को सामने लाके बहुत अच्छा काम किया है🙏🙏🙏
ReplyDeleteइक दम से सही मुद्दा उठाया है सर् जी हम आप के साथ है मनोज मैडी
ReplyDeleteराज्य सरकार@Ashokgahlot51 को पांचना बांध का पानी कमांड एरिया (माड क्षेत्र) के लिए छोड़ना चाहिए, जिससे खेती और पानी की समस्या का समाधान जल्द से जल्द हो @RajCMO
ReplyDelete#पांचना_का_पानी_कमांड_ऐरिया_को_चाहिए
#पांचना_का_पानी_कमांड_ऐरिया_को_चाहिए
#पांचना_का_पानी_कमांड_ऐरिया_को_चाहिए
सर् आपके द्वारा जो किसानों के हित में प्रयास किया जा रहा है उसके लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ एवं आशा करता हूँ कि इस मुहिम में हम अवश्य सफल होंगे
ReplyDeleteपांचना_का_पानी_कमांड_ऐरिया_को_चाहिए
ReplyDeleteबहुत ही सार्थक पहल है।
ReplyDeleteसरकार द्वारा घोषित किसानों के हितों की योजनाओं के लिये संगठन बेहतर कार्य कर सकता है
पांचना का पानी कमांड क्षेत्र के किसानों के लिए नहरों में खोला जाए यही हमारी पहली मांग है।
ReplyDeleteइस मुहिम को आगे बढ़ाने की इस समय बहुत अधिक जरूरत है, जमीनी स्तर पर कार्य करने वाले लोगों को आगे आने की जरूरत है । हमें जनशक्ति की ताकत से परिचय करवाने की जरूरत है ।����
ReplyDelete��������������������������������������
मैं रघुवीर जी सर् के साथ जयपुर डिवीज़न उत्तर पश्चिम रेल्वे मैं काम किया हु। हमेशा ही सर् का उदेश्य जनहितकारी रहा है। कभी भी रघुवीर जी सर् अपने जीवन काल मैं निजी हित को आने नही दिया। आज सर् जो मुहिम चला रहे हैं बह सर्वहितकारी है। मैं इस मुहिम का हिसेदार बन कर अपने आप पर गर्व महशुस करूँगा। क्यो की जनकल्याण की भावना से बढ़ कर कुछ और नही दुनिया में।
ReplyDeleteसादर
मुन्ना लाल मीना
मेड़ी- वज़ीरपुर
सवाईमाधोपुर(राज.)
पांचना बांध को किसानों के लिए खोलना चाहिए जिससे किसान सिंचाई कर सके और आत्मनिर्भरता कर सके पांचना बांध के पास से चंबल नदी गुजरती है उसका पानी व्यर्थ बह जाता है चंबल नदी को करौली जिले के मण्डरायल कस्बे के पास रोककर वहां पर डैम बना कर पानी को लिफ्ट करके पांचना में डाला जाए जिससे पांचना बांध पूरी तरीके से भर सकता है और पांचना बांध से गंभीरी नदी को बहता हुआ बनाया जा सकता है जिससे भरतपुर तक के किसानों को और शहरों को गांव को पानी का जलस्तर ऊंचा हो सकेगा जिससे लोगों को शुद्ध पानी मिल सकेगा पीने के लिए और सिंचाई के लिए अब रही का मानचित्र की बात जिसमें कमांड क्षेत्र के किसान नहरों के माध्यम से पानी लेते हैं जो वर्क 2006 से बंद है मैं आपको बता दूं कि पांच ना बांध के नहर निकाली गई है उनके माध्यम से कमांड क्षेत्र के किसान को पानी उपलब्ध करवाया जा सकता है और पांचना गुडला लिफ्ट परियोजना के माध्यम से 12 गांव के किसानों को पानी दिया जा सकता है सच्चाई के लिए और पानी के लिए जैसे कोई भी बात नहीं रह जाता है हिंडौन सिटी के जगर बांध को भी रिचार्ज करके उसको बढ़ाओ किया जा सकता है पांचना बांध से नहरों के माध्यम से गर्मियों के समय मार क्षेत्र के किसान के लिए तालाबों को एवं को को रिचार्ज किया जा सकता है जिससे काफी समस्या हल हो सकती है पास ही मोरा सागर बांध में भी लिफ्ट के माध्यम से पानी डाला जा सकता है जिससे सिंचाई हेतु एवं पीने के लिए पानी उपलब्ध हो सकता है पूर्वी राजस्थान की लाइफ लाइन कहां जाने वाला पांचना बांध अब मात्र बरसातों में अधिक भराव के टाइम खोला जाता है और श्री महावीर जी के मेले के टाइम मूर्ति स्नान के लिए खोला जाता है परंतु किसानों के लिए खोला नहीं जाता है राजनेताओं द्वारा इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर किसानों को आपस में लड़ा जा रहा है जिससे सभी वर्ग के किसानों को नुकसान है और पूर्वी राजस्थान की किसान की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है भरतपुर के लिए भी पानी पहुंचाया जा सकता है पांचना बांध से अगर पूर्वी राजस्थान को समृद्ध बनाना है तो पांचना बांध को खोलना ही पड़ेगा किसानों के सिंचाई हेतु इसके लिए जो लोग आंदोलन कर रहे हैं उन्हें धन्यवाद देना चाहता हूं भारतीय किसान संघ राजेश आदिवासी नादोती तह सील जिला करौली बार-बार किसानों की मांगों के लिए जिला कलक्टर और राजस्थान सरकार भारत सरकार को मांग कर चुके हैं एक बार डीडी किसान चैनल पर भी सोप गांव में वार्ता हो चुकी है पूरे भारत देश को पता है के पांचना पूर्वी राजस्थान के लिए कितना जरूरी है
ReplyDelete
ReplyDeleteCME सर
पांचना डैम में पानी भराव और इसका सभी के हित में, योजनाओं को पूरा करने के लिए इसे खोलना का मुद्दा बहुत ही बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया है l
हर हाल में, सभी जिम्मेदार व्यक्तियों को, इस समस्या का समाधान, सभी के हित में करना चाहिए l
यह बहुत ही आवश्यक मुद्दा है, जिसे बिना किसी राजनीति के solve करना चाहिए l मुझे भरोसा है कि यह मुद्दा बिना राजनीति और निस्वार्थ के हल करोगे तो solve हो जायेगा l
और यदि इसके निर्णय करने में राजनीति व स्वार्थ को शामिल किया तो और उलझ सकता है l
इसलिए सावधान
अनैतिक तरीकों से दूर रहना होगा l
लखन लाल मीना
CME सर ने
ReplyDeleteपांचना डैम में पानी भराव और इसका सभी के हित में, योजनाओं को पूरा करने के लिए इसे खोलना का मुद्दा बहुत ही बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया है l
CME सर आप भी इसमें हम सभी की तरफ से एक महत्वपूर्ण bhumi
हर हाल में, सभी जिम्मेदार व्यक्तियों को, इस समस्या का समाधान, सभी के हित में करना चाहिए l
यह बहुत ही आवश्यक मुद्दा है, जिसे बिना किसी राजनीति के solve करना चाहिए l मुझे भरोसा है कि यह मुद्दा बिना राजनीति और निस्वार्थ के हल करोगे तो solve हो जायेगा l
और यदि इसके निर्णय करने में राजनीति व स्वार्थ को शामिल किया तो और उलझ सकता है l
इसलिए सावधान
अनैतिक तरीकों से दूर रहना होगा l
लखन लाल मीना
CME सर ने
ReplyDeleteपांचना डैम में पानी भराव और इसका सभी के हित में, योजनाओं को पूरा करने के लिए इसे खोलना का मुद्दा बहुत ही बेहतरीन तरीके से प्रस्तुत किया है l
CME सर आप भी इसमें हम सभी की तरफ से एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं l
हमें पूरा विश्वास है कि आप इस समस्या के समाधान में उचित दिशा दे सकते हैं l
हर हाल में, सभी जिम्मेदार व्यक्तियों को, इस समस्या का समाधान, सभी के हित में करना चाहिए l
यह बहुत ही आवश्यक मुद्दा है, जिसे बिना किसी राजनीति के solve करना चाहिए l मुझे भरोसा है कि यह मुद्दा बिना राजनीति और निस्वार्थ के हल करोगे तो solve हो जायेगा l
और यदि इसके निर्णय करने में राजनीति व स्वार्थ को शामिल किया तो और उलझ सकता है l
इसलिए सावधान
अनैतिक तरीकों से दूर रहना होगा l
लखन लाल मीना
Command Area ke all Patel,sarpanch & netao ko sirji ka sath dekr aandoln chlana chahiye and apni voice ko Delhi tk phuchana chahiye
ReplyDeleteराजस्थान दिवस : 2020
ReplyDelete--------------
राजस्थान प्रांत की स्थापना 30 मार्च, 1949 को हुई थी। आज राजस्थान प्रदेश को बने हुए 71 साल हो गए हैं। राजस्थान क्षेत्रफल की दृष्टि से देश का सबसे बड़ा राज्य है। इसमें 32 जिले हैं। मेरा गांव कूंजेला जो पूर्वी राजस्थान के करौली जिले की नादौती तहसील में अवस्थित है, जिले के "माड़ क्षेत्र" में आता है। मेरे गांव से राज्य की राजधानी जयपुर लगभग 130 किलोमीटर है तो जिला मुख्यालय करौली लगभग 50 किलोमीटर है।
यह हमारे प्रदेश का दुर्भाग्य है कि यह शुष्क प्रांत में आता है और यहां हर तीन साल में अकाल पड़ता रहता है। प्रदेश के माड़ क्षेत्र की भूमि अत्यंत उपजाऊ है लेकिन यह पूरी तरह वर्षा जल के ऊपर निर्भर है।
पिछले 70 सालों में पूर्वी राजस्थान में पानी ही नहीं बल्कि शिक्षा, चिकित्सा, सड़क, बिजली, पर्यटन आदि के क्षेत्रों में सरकार की घोर उपेक्षा के कारण बहुत पिछड़ गया है। पूर्वी राजस्थान में सिंचाई व्यवस्था को तो छोड़ ही दीजिए, पीने के पानी तक की कोई व्यवस्था नहीं हो पाई है। जिले में सिंचाई व्यवस्था के लिए एकमात्र पांचना बांध पिछले 15-16 साल से बंद करके छोड़ा हुआ है। यह विचित्र उपहास की बात है कि "इस बांध का पानी महावीरजी के मेले के समय गंभीर नदी में मनोरंजन के लिए छोड़कर बर्बाद कर दिया जाता है लेकिन किसानों को सिंचाई के समय बंद रखा जाता है"।
मेरे गांव में न पीने का पानी है और न ही सिंचाई की कोई व्यवस्था है। यहां के लोगों को पीने के पानी के लिए पूरी साल टैंकर की व्यवस्था करनी पड़ती है और वर्षा के जल से खेती करते हैं। सर्दियों के मौसम में 500-600₹ प्रति टैंकर और गर्मियों के मौसम में 600-700₹ प्रति टैंकर के लिए जेब ढ़ीली करनी पड़ती है। सारी कमाई पानी की व्यवस्था में बहा दी जाती है। यह मेरे राज्य और देश के 70 साल के विकास की कहानी है।
मेरे गांव में 12वीं तक का विद्यालय है जिसकी चारों ओर की दीवार टूटी हुई है और कई कक्षाओं की बिल्डिंग खंडर के रूप बीरान है। बच्चों को बैठने के लिए कुर्सियां और मेजे नहीं है, इससे बड़ा दुर्भाग्य इस गांव का क्या होगा कि 70 साल के बाद भी उन्हें दरी-पट्टियों पर बैठना पड़ता है। इसलिए इस विद्यालय में बच्चों का नामांकन नाममात्र है। ज्यादातर लोगों के बच्चे निजी विद्यालयों में आसपास के गांवों में पढ़ने के लिए जाते हैं। इस विद्यालय में विभिन्न विषयों को पढ़ाने वाले अध्यापकों की कमी है। कई सालों से अध्यापकों के पद रिक्त पड़े हुए हैं।
इस गांव में होकर गुजरने वाली संपर्क सड़क पूरी तरह टूटी हुई है जो एक तरफ मिलकसराय~सोप~शहर होकर गंगापुर को जोड़ती है तो दूसरी ओर महस्वा~नांगल होकर टोडाभीम को जोड़ती है। टोडाभीम से लेकर गंगापुरसिटी तक का पूरा रोड कई सालों से टूटा हुआ है। आप गलती से एकबार इस रोड पर चले गए तो आप हमेशा के लिए तौबा कर लेंगे। संपर्क सड़क से ही एक तरफ कैमला~चांदनगांव~ महावीरजी~पटोन्दा होकर हिण्डौन और दूसरी ओर तेसगांव~कैमरी~नादौती~गुढ़ाचन्द्रजी~सिकन्दरा होकर देश की राजधानी को जोड़ने वाली रोड भी बहुत अच्छी नहीं कही जा सकती है।
मेरे गांव में कोई चिकित्सा व्यवस्था नही है। हालांकि यह सौभाग्य की बात है कि करौली का मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी मेरे गांव का है। एक प्राचीन काल का आयुर्वेदिक औषधालय है जिसकी कोई शक्ल भी नहीं देखता। दो-तीन नीम-हकीम जरूर हैं लेकिन उनके भरोसे आप बड़ी बीमारी में सहायता की उम्मीद नहीं कर सकते। कहते हैं न कि जिस देश में पेड़ नहीं होते हैं वहां आँकड़े के पेड़ की पूजा होती है। अब आप मुझे खुश होकर गौरवशाली और ऐतिहासिक राजस्थान दिवस की बधाई दे सकते हैं!
गांव के रास्ते देखने हो तो बरसात में जरूर आइएगा। गलती से भी जूते मत पहनकर आना नहीं तो जूतों को सिर पर रखना होगा।
यह है मेरा 71 साल का विकास मॉडल और वह भी लोकतांत्रिक वाला। आप लोकतंत्र और इस विकास मॉडल पर इतरा सकते हैं। गर्व कर सकते हैं। झूम सकते हैं। डांस कर सकते हैं। यह आपका साड्डा हक है। आखिर हम सब दुनिया के सबसे महान लोकतंत्र के गणमान्य नागरिक हैं।
मेरे प्यारे गांववासियों, मित्रो, बड़े-बुजुर्गों और राजस्थानवासियों को दिल की अनन्त गहराइयों से राजस्थान दिवस की बधाई और ढ़ेर सारी शुभकामनाएं!
मेरे पास शुभकामनाओं के अलावा और कुछ नहीं है!
आप का भगीरथ प्रयास पांचना डैम कमांड एरिया विकास परिषद के लोगों को संजीवनी प्रदान करने वाला सिद्ध होगा।
ReplyDeleteआप का अभियान सफल हो मेरी हार्दिक शुभकामनाएं ...
पाँचना बाँध करौली के कमांड एरिया को पानी की समस्या है जल्द से जल्द पानी खुलना चाहिये ,सरकार किसानों के हित में सोचे ओर नहर को खोले
ReplyDeleteCovid-19 जैसी महामारी के चलते सभी लोगो को रोजगार की बहुत समस्या है अगर पाँचना का पानी कमांड क्षेत्र की नहर में आजाये तो रोजगार मिल जाएगा और खेती भी चार गुणी पैदा की जा सकती हैं अतः नहर खोली जाए
ReplyDeleteसरकार किसान हितेषी होने का सिर्फ दम भरती है जबकि कमांड एरिया के किसानों के साथ पिछले 13 सालों से सौतेला रवैया अपना रही है। इस भीषण गर्मी में पाँचना बांध से नहरों में पानी छोड़कर किसानों के साथ साथ पशु पंछियों को भी राहत प्रदान करते हुए अबिलम्ब आदेश पारित करें।
ReplyDelete
Deleteसर् आपके द्वारा जो किसानों के हित में प्रयास किया जा रहा है उसके लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ एवं आशा करता हूँ कि इस मुहिम में
अवश्य सफल होंगे
जय जवान जय किसान जय पाचना
ReplyDeleteपांचना बांध को किसानों के लिए खोलना चाहिए जिससे किसान सिंचाई कर सके और आत्मनिर्भरता कर सके पांचना बांध के पास से चंबल नदी गुजरती है उसका पानी व्यर्थ बह जाता है चंबल नदी को करौली जिले के मण्डरायल कस्बे के पास रोककर वहां पर डैम बना कर पानी को लिफ्ट करके पांचना में डाला जाए जिससे पांचना बांध पूरी तरीके से भर सकता है और पांचना बांध से गंभीरी नदी को बहता हुआ बनाया जा सकता है जिससे भरतपुर तक के किसानों को और शहरों को गांव को पानी का जलस्तर ऊंचा हो सकेगा जिससे लोगों को शुद्ध पानी मिल सकेगा पीने के लिए और सिंचाई के लिए अब रही का मानचित्र की बात जिसमें कमांड क्षेत्र के किसान नहरों के माध्यम से पानी लेते हैं जो वर्क 2006 से बंद है मैं आपको बता दूं कि पांच ना बांध के नहर निकाली गई है उनके माध्यम से कमांड क्षेत्र के किसान को पानी उपलब्ध करवाया जा सकता है और पांचना गुडला लिफ्ट परियोजना के माध्यम से 12 गांव के किसानों को पानी दिया जा सकता है सच्चाई के लिए और पानी के लिए जैसे कोई भी बात नहीं रह जाता है हिंडौन सिटी के जगर बांध को भी रिचार्ज करके उसको बढ़ाओ किया जा सकता है पांचना बांध से नहरों के माध्यम से गर्मियों के समय मार क्षेत्र के किसान के लिए तालाबों को एवं को को रिचार्ज किया जा सकता है जिससे काफी समस्या हल हो सकती है पास ही मोरा सागर बांध में भी लिफ्ट के माध्यम से पानी डाला जा सकता है जिससे सिंचाई हेतु एवं पीने के लिए पानी उपलब्ध हो सकता है पूर्वी राजस्थान की लाइफ लाइन कहां जाने वाला पांचना बांध अब मात्र बरसातों में अधिक भराव के टाइम खोला जाता है और श्री महावीर जी के मेले के टाइम मूर्ति स्नान के लिए खोला जाता है परंतु किसानों के लिए खोला नहीं जाता है राजनेताओं द्वारा इसे राजनीतिक मुद्दा बनाकर किसानों को आपस में लड़ा जा रहा है जिससे सभी वर्ग के किसानों को नुकसान है और पूर्वी राजस्थान की किसान की हालत दिन ब दिन खराब होती जा रही है
परिस्थितियों से हारे नहीं,
ReplyDeleteजमकर मुकाबला करे,
क्यूंकि तेजस्वी सूर्य को भी
अपने उदयकाल में अंधेरे से,
लड़कर उसे भगाना होता है
तभी वह प्रखर हो पाता है !वक्त आपका है,
चाहे तो सोना बना लो,
या फिर सोने में गुजार दो,
भाईयों हम ज्यादातर किसान पुत्र है तो हमें हमारे हक़ के लिए एक होकर सघर्ष जारी रखना है 🙏 shankar lakwad
परिस्थितियों से हारे नहीं,
ReplyDeleteजमकर मुकाबला करे,
क्यूंकि तेजस्वी सूर्य को भी
अपने उदयकाल में अंधेरे से,
लड़कर उसे भगाना होता है
तभी वह प्रखर हो पाता है !वक्त आपका है,
चाहे तो सोना बना लो,
या फिर सोने में गुजार दो,
भाईयों हम ज्यादातर किसान पुत्र है तो हमें हमारे हक़ के लिए एक होकर सघर्ष जारी रखना है 🙏 shankar lakwad
परिस्थितियों से हारे नहीं,
ReplyDeleteजमकर मुकाबला करे,
क्यूंकि तेजस्वी सूर्य को भी
अपने उदयकाल में अंधेरे से,
लड़कर उसे भगाना होता है
तभी वह प्रखर हो पाता है !वक्त आपका है,
चाहे तो सोना बना लो,
या फिर सोने में गुजार दो,
भाईयों हम ज्यादातर किसान पुत्र है तो हमें हमारे हक़ के लिए एक होकर सघर्ष जारी रखना है 🙏 shankar lakwad
परिस्थितियों से हारे नहीं,
ReplyDeleteजमकर मुकाबला करे,
क्यूंकि तेजस्वी सूर्य को भी
अपने उदयकाल में अंधेरे से,
लड़कर उसे भगाना होता है
तभी वह प्रखर हो पाता है !वक्त आपका है,
चाहे तो सोना बना लो,
या फिर सोने में गुजार दो,
भाईयों हम ज्यादातर किसान पुत्र है तो हमें हमारे हक़ के लिए एक होकर सघर्ष जारी रखना है 🙏 shankar lakwad
पांचना डैम का मामला एक ऐसा युद्ध है जिसमें जयचंद द्वारा गुप्त कार्यप्रणाली को गुडला संघर्ष समिति के लोगों के पास पहुंचाया जा रहा है जिससे हमें इस मिशन में कामयाब ओने मैं कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा और जिस पांचना डैम को खुलवाने का श्रेय हमारे स्थानीय विधायक साहब लेना चाह रहे हैं मैं इस कार्य को कभी पूरा नहीं करवा सकते इसके लिए मैंने तो पांचना डैम विकास परिषद के लोगों कार्य करने के लिए के लिए उत्साहित करते हैं और न ही उनको मनोबल बढ़ाते हैं वह विधायक साहब इसमें नेगेटिविटी फैलाने का कार्य कर रहे हैं जिससे कि हमारे माननीय रघुवीर प्रसाद मीणा साहब को अनेक जगह दबाव बना बनाया जा रहा है जिससे हमें कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा लेकिन कुछ भी हो जाए हमें पीछे नहीं हटना हम जन आंदोलन करने के लिए भी आपके साथ खड़े हैं कृपया आगे हम हैं दिशा निर्देश करते रहें जय हिंद जय पांचना बांध जय किसान
ReplyDeleteकोई भी राज्य मेकोई भी नदी का पानी को संग्रह करके सिंचाई में उपयोग करना चाहिए। सबसे बड़ा प्रश्न ए है कि 1977 से जिस पांचना डेम पूर्ण नहीं होरहा है, वो किशन भाईयो एवम् राजस्थान की जनता का बड़ा नूकसान है।अत: शीघ्र अति शीघ्र कार्य पूरा करने का ये कार्य शुरू करने के लिए मीणा साहेब एवं पांचना डैम विकास परिषद के सदस्यों को हमारा पूर्ण सहयोग रहेगा।
ReplyDeleteधन्यवाद।
दिनेश श्रीमाली
सर आपकी मेहनत अवश्य कामयाब होगी। सरकार को इस बाबत अतिशीघ्र ध्यान देना चाहिए।
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