rpmwu282
09.11.2019
#अयोध्या_राम_मंदिर
आज दिनांक 9 नवम्बर 2019 को राम जन्मभूमि पर माननीय उच्चतम न्यायालय के फैसले के बाद अब वहां पर श्री राम का भव्य मंदिर बनना तय हो गया हैं। यह फैसला अधिकतर हिंदू जनसंख्या को बहुत अच्छा व सही लग रहा है।
इस फैसले के बाद देश के नागरिकों को समझना चाहिए कि भव्य मंदिर बनने से वास्तव में देश व नागरिकों को क्या लाभ होने वाले हैं?
मंदिर बनने से हिन्दू धर्म की जड़े और मजबूत होगीं। परन्तु यह विचारणीय पहलू है कि क्या हिंदू धर्म में आज तक भी सभी हिन्दूओं को समानता का अधिकार हो गया है? क्या हिन्दू बहुजन जनसंख्या अभी भी ऊंच नीच की अवधारणा से ग्रसित नहीं है?
क्या यह मंदिर फिर एक और बड़े व्यवसाय की यूनिट की तरह बन जाएगा जिससे केवल कुछ ही लोगों को लाभ होने वाला है? और दूसरे लोग वहां जाकर केवल और केवल खर्चा करेंगे और धार्मिक अंधविश्वास के प्रदूषण (DAP) को बढायेंगे।
जो ट्रस्ट बनाया जाएगा उसमें क्या हिंदू कहे जाने वाले हर समुदाय का प्रतिनिधित्व होगा? वहां पर जो आमदनी होगी उसमें सरकार व ट्रस्ट की क्या भागीदारी होगी? ट्रस्ट उस आमदनी का क्या कर सकेगा?
आपके मन में बहुत से और सवाल हो सकते है, कृपया उन्हें साझा करें व अपने विचार भी व्यक्त करें।
रघुवीर प्रसाद मीना
No comments:
Post a Comment
Thank you for reading and commenting.