Thursday 21 March 2019

देशहित की सोच रखने वाले जागरूक नागरिकों, दोस्तों व भाईयों और बहनों की महत्ति #ज़िम्मेदारी।

#देशहित की सोच रखने वाले जागरूक नागरिकों, दोस्तों व भाईयों और बहनों की महत्ति #ज़िम्मेदारी।

#विचारणीय #प्रश्न: राजनीति में #नये #नेता क्यों नहीं आ पाते है?

इसका मुख्य कारण है कि विभिन्न राजनीतिक पार्टियों में पहले से #इस्टैबलिश्ड अधिकांश #नेता नये लोगों की योग्यता, उनकी समाज सेवा की भावना, अच्छे चरित्र व ईमानदारी की तुलना में स्वयं व स्वयं के परिवारजनों को ही राजनीति में आगे बढ़ाने में बहुत अधिक विश्वास रखते हैं। उनके लिए समाज व समाजहित गौण हो जाते है।

इसे आसानी से समझने के लिए लगभग ऐसा माना जा सकता है जैसे कि कुछ लोग किसी बड़े #ओटड़ा (raised platform) पर चढ़े हुए है जिस पर सीढ़ी नहीं है और नये लोग नीचे खड़े हैं और उनसे अनुरोध कर रहे हो कि भाई हाथ बढ़ाना मैं भी ऊपर आना चाहता हूं। पहले से चढ़े लोगों में से नये व्यक्ति को ऊपर खींचने के लिए कोई #हाथ #नहीं #बढ़ाता है। और यदि कोई बढ़ाने की कोशिश भी करे तो उनमें से दूसरे लोग उसे रोकने का हर सम्भव प्रयास करते है।

ऐसी स्थिति में उस ओटड़े पर चढ़ने के लिए क्या किया जाए?

#तीन #तरीके हैं

#प्रथम - आमजनता जो यह देख रही है वह ओटड़े पर पहले से चढ़े लोगों को जोर से पुकारे व उनसे कहे ताकि उन्हें नये लोगों की मदद करने हेतु सोचना ही पड़े।

#द्वितीय - जो लोग नीचे खड़े नये व्यक्ति के दोस्त या खैरख्वाह या समाज हित की रखते हैं वे मिलकर उस नये व्यक्ति को उपर उठाने में एकजुटता दिखायें व आपसी सहयोग से उसे कंधों पर लेकर ओटड़े पर चढ़ा दें।

#तृतीय - नीचे खड़ा व्यक्ति स्वयं या उसके दोस्त या समाजहित सोचने वाले लोग कोई क्रेन या अन्य मशीन की मदद ले जो उसे ऊपर उठाने में सहायक हो सके।

मुझे तो लगता है कि तीनों तरीके यदि एक साथ अपनाएं जाए तो जो व्यक्ति नीचे खड़ा है उसे ऊपर उठाने में वांछित सफलता मिल सकती है। समाज में यदि नई लीडरशिप विकसित करनी हैं तो समाजहित सोचने वाले लोग, आमजनता व दोस्त जो जागरूक हैं वे ही ज्यादा मदद कर सकते हैं वनस्पति उनके जो ऑलरेडी राजनीति में अपना स्थान बना चुके हैं।

सभी भाई-बहनों, दोस्तों व जागरूक नागरिकों की जिम्मेदारी है कि जो भी संभव हो सके नए अच्छे, ऊर्जावान, समाज सेवा के विचार रखने वाले, ईमानदार एवं पार्टी के साथ साथ समाज के प्रति वफादारी रखने वाले लोगों को राजनीति में आगे बढ़ाएं ताकि वर्तमान भंयकर परिस्थितियों में समाजहित के मुद्दों की सही पैरवी हो सके। जब दोस्त और आम जागरूक नागरिकों के सपोर्ट से व्यक्ति आगे बढ़ता है तो उस पर भी एहसान होता है और वह वास्तव में हमेशा अच्छे कार्य करने की कोशिश करेगा।

रघुवीर प्रसाद मीना

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