rpmwu418 dt. 28.07.2021
व्यक्ति कर्म खराब करके धार्मिक बनने की कोशिश करें तो उसका कोई मतलब नहीं है। सबसे महत्वपूर्ण है व्यक्ति का उसके कर्तव्यों के प्रति समर्पण।
कई व्यक्ति #अपने_स्तर_का_कार्य नहीं करके जूनियर्स का कार्य करते रहते है एवं स्वयं के स्तर के कार्य की ओर उनका ध्यान ही नहीं जाता है। ऐसा करने से बचने की जरूरत है और जूनियर्स को काम सिखाना चाहिए ताकि वे सिस्टम के लिए बेहतर रूप से काम आ सके।
वरिष्ठ व्यक्ति निर्णय लेने में देरी करता है तो उसके तीन कारण हो सकते है - 1. काम समझ नहीं आ रहा हो अर्थात अक्षमता या 2. किसी के दबाव में हो या 3. निर्णय लेने में कुछ उम्मीद रखता हो। ये तीनों ही स्थितियां खराब है। व्यक्ति को #तत्परता व दूसरों के प्रति #संवेदनशील होकर #निर्णय लेना चाहिए।
सादर
Raghuveer Prasad Meena
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