rpmwu105
16.12.2016
सरकारी/गैरसरकारी विभागों व संस्थाओं में सेवा करने वाले व्यक्तियों के लिए एक उपयोगी सलाह।
अक्सर देखा जाता है कि विभिन्न संस्थाओं में अधिकारियों व कर्मचारियों के संगठन बने होते हैं, परन्तु साधारण दिनों में अधिकतर लोग उनके क्रियाकलापों में रूचि नहीं दर्शातें और जब आवश्यकता पड़ती है तो वे विभिन्न लोगों व संगठनों के पदाधिकारियों से जाकर सहायता की अपेक्षा रखते हैं।
संगठन में संख्या बल व रूचि से कार्यक्रमों में भाग लेने वाले लोगों का बहुत महत्त्व होता है, उन्हीं से संगठन मजबूत होते हैं। प्रशासन मजबूत संगठनों की ही परवाह करता है। अतः प्रशासन से सही न्याय पाने हेतु संगठनों को मजबूत करना आवश्यक है।
सेवारत लोगों को चाहिए कि अनुशासित सेवा के साथ-साथ वे संगठनों के संचालन व गतिविधियों में अधिक से अधिक भाग लें एवं सक्रिय होकर उनसे जुड़े रहें ताकि आवश्यकता पड़ने पर संगठन की ओर से उन्हें भी अपेक्षित सहायता मिल सके।
एक और बड़ी महत्वपूर्ण बात यह है कि किस संगठन का सपोर्ट करे ? आज के ज़माने में व्यक्तिगत नुकसान करना तो मुश्किल है परन्तु नीतिगत मुद्दों जैसे पदोनत्ति में आरक्षण तथा स्थानातरण की नीति इत्यादि से वर्ग विशेष के कर्मचारियों को भारी क्षति पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है। अत: चाहिए कि आरक्षित वर्ग के कर्मचारियों के संगठन को मजबूत करे ताकि वह आपके हक़ के लिए सक्षमता से लड़ सके।
रघुवीर प्रसाद मीना
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