Monday 9 August 2021

9 अगस्त 2021 : अंतरराष्ट्रीय विश्व आदिवासी दिवस







rpmwu424 dated 09.08.2021

#9_अगस्त_2021 आज अंतरराष्ट्रीय विश्व आदिवासी दिवस है। संसार में हर जगह आदिवासी/स्वदेशी लोग (indigenous people) उनके भूभाग पर खुशी से रहते थे परन्तु परन्तु उनके सीधेपन और बाहर से आये लोगों के द्वारा उनके साथ किये गये अमानवीय अत्याचार व शोषण के फलस्वरूप आज उनकी स्थिति अन्य सामान्य जनों से बेहद खराब है।

आज दुनिया भर के 90 देशों में लगभग 476.6 मिलियन (47.66 करोड़) स्वदेशी लोगों के 5000 समुदाय हैं। वर्तमान में बोली जाने वाली कुल 7,000 भाषाओं में से 4,000 से अधिक भाषाएँ स्वदेशी लोगों द्वारा बोली जाती हैं। यद्यपि वे वैश्विक जनसंख्या का 6.2 प्रतिशत हिस्सा हैं, लेकिन वे विश्व की लगभग 15 प्रतिशत से भी ज्यादा अत्यधिक गरीब जनसंख्या हैं। इंडिजेनस लोगों की जीवन प्रत्याशा (लाइफ एक्सपेक्टेंसी) दुनिया भर में गैर-स्वदेशी लोगों की जीवन प्रत्याशा की तुलना में 20 वर्ष कम है। स्वदेशी लोग दुनिया की सतह क्षेत्र के एक चौथाई (1/4th , 25%) हिस्से पर रहते हैं परन्तु वे दुनिया की 80 % बची हुई जैव विविधता की रक्षा करते हैं। 

हमारे देश भारत में संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत 705 समुदायों को अनुसूचित जनजाति के रूप में घोषित है जिनकी वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक कुल जनसंख्या 10.43 करोड़ (8.62 %) है। 

विश्व पटल पर #संयुक्त_राष्ट्र_संघ एवं #वर्ल्ड_बैंक जैसी संस्थाओं के माध्यम से इंडिजेनस पीपुल्स के उत्थान के लिए लगातार प्रयत्न किए जा रहे है। इंडिजेनस पीपुल्स के अधिकारों की रक्षा और उनके प्रोटेक्शन की समीक्षा एवं विचार विमर्शों के लिए हर वर्ष 9 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय विश्व आदिवासी दिवस (International Day of the World’s Indigenous Peoples) के रूप में संसार के विभिन्न देशों में सेलिब्रेट किया जाने लगा है। इससे संसार के विभिन्न इंडिजेनस लोगों में एकीकरण एवं एक दूसरे से जुड़ने की भावना तथा आपस में उनके अधिकारों की रक्षा व प्रोटेक्शन के लिए एक प्लेटफॉर्म तैयार हो गया है। आदिवासी अधिकारियों की पंजीकृत संस्था #अरावली_विचार_मंच द्वारा वर्ष 2015 से लगातार इस दिन को जोरदार तरीके से सेलिब्रेट किया जा रहा है और आदिवासियों के अधिकारों एवं उनकी मदद और उन्नति हेतु जनजागृति लाई जा रही है। 

सरकार एवं गैर सरकारी संस्थाओं के माध्यम से चलाई जा रही लगातार मुहिम से आदिवासियों की स्थिति में वास्तव में सुधार हुआ है। परंतु सुधार की गति बहुत धीमी है जो कि नीचे टेबल में दिए गए आंकड़ों से स्पष्ट हैं वर्ष 2011 की जनगणना के आंकड़ों को देखने से स्पष्ट है कि आज भी हमारे देश के आदिवासी समुदाय की स्थिति बहुत ही दयनीय है एवं शैक्षणिक और आर्थिक स्थिति में बहुत अधिक सुधार की आवश्यकता है। उनसे संबंधित कुछ अन्य महत्वपूर्ण आंकड़े निम्न प्रकार है -

एट्रोसिटीज > 6500 प्रति वर्ष

बीपीएल : ग्रामीण 45.3% श. 24.1%

कोई एसेट नहीं : 37.3%  

खेती की आय के घर : 38%  

मैन्युअल कैज़ुअल लेबर : 51.36%

भूमिहीन घर : 35.62%  

सरकरी सेवा से आय वाले घर : 4.38%  

घर में सबसे ज्यादा कमाने वाले की आय रु. 5000 से कम : 86.57%

सिंचित भूमि वाले घर : 18.10%  

साक्षरता दर : पु. 68.5%     म. 49.4%     

ग्रॉस एनरोलमेंट रेश्यो : एलीमेंट्री (6 से 13 वर्ष) : 103.3 उच्च शिक्षा : 15.4       

ड्रॉप  आउट दर : कक्षा 1 से 10 तक : 62.4%  

घर : अच्छे 40.6%, रहने योग्य 53% व ख़राब 6.4%   

पीने का पानी : नल,  केवल 24.4 घरों में, घरों के बाहर 47.7 %, दूर 33.6%  

बिजली : 51.7% घरों में  

नाहने की सुविधा : 31% 

ड्रेन कनेक्टिविटी : 23% 

शौचालय : 23% 

किचन : 53.7%  

खाने पकाने के लिए गैस :  9 % 

स्कूटर/मो.साईकल : 9%  

कार : 1.6%  

साईकल : 36.4%    

रेडियो/ट्रांजिस्टर : 14.2%    

टेलीफोन : 34.8%

टेलीविज़न : 21.9%

कंप्यूटर/लैपटॉप :  5.2%

खून की कमी महिलाएं : 59.8% 

 शिशु मृत्यु दर : 44.4 

5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर : 57.2

5 वर्ष से कम आयु के बच्चों की कुपोषण की स्थिति : 43.8% रुकी हुई वृद्धि, कमज़ोर 27.4%, कम वज़न 45.3%  

जीवन प्रत्याशा (लाइफ एक्सपेक्टेंसी) : इंडिजेनस लोगों की जीवन प्रत्याशा दुनिया भर में गैर-स्वदेशी लोगों की जीवन प्रत्याशा की तुलना में 20 वर्ष कम है।  

कमज़ोर स्वास्थ्य सेवाएं : आदिवासी क्षेत्रों में अस्पताल, डॉ, नर्स व  स्टॉफ और उपकरणों की भारी कमी और भयंकर अनुशासनहीनता। 


9 अगस्त अंतर्राष्ट्रीय विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर हर समझदार व्यक्ति को चाहिए कि वह तय करें कि आदिवासियों की शैक्षणिक और आर्थिक स्थिती में सुधार हेतु उसके स्यमं के स्तर पर एवं सामूहिक तौर पर जो भी संभव हो सके वह अवश्य करें।


जोहार
रघुवीर प्रसाद मीना 
महासचिव, अरावली विचार मंच 
ईमेल : rpmeenapdz@gmail.com 
मो. 8209258619

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