Sunday 4 September 2022

वैल्यू (Value)

rpmwu454 Dt. 04.09.2022

हर व्यक्ति को वैल्यू को समझना बहुत जरूरी है। आखिर चीजों व जीवन के विभिन्न पहलुओं की वैल्यू का मतलब क्या है? इसे साधारण निम्नलिखित उदाहरणों से आसानी से समझा जा सकता है -

1. पैन की वैल्यू है कि वह लिखे। पेन चाहे कितना भी सुन्दर हो या किसी भी चीज का बना हो या किसी ने भी बनाया हो यदि वह लिख नहीं सकता है तो पेन के रूप में उसकी कोई वैल्यू नहीं है।

2. भैंस की वैल्यू है कि वह दूध दे। परन्तु यदि वह कभी भी दूध ही नहीं दे तो चाहे उसके सींग कितने अच्छे हो या पूंछ लम्बी हो या शरीर सुडोल हो तो उसकी भैंस से अपेक्षित वैल्यू नहीं है।

3. इंटेरनेट कनेक्शन की वैल्यू है कि वह आपके मोबाइल, लैपटॉप या कम्प्यूटर पर डेटा अपलोड या डाउनलोड करें। परन्तु यदि वह ऐसा नहीं करता है तो चाहे किसी भी कम्पनी का हो उसकी कोई वैल्यू नहीं है।

4. राजनेता की वैल्यू है कि वह नागरिकों के कल्याण व उन्नति के मुद्दों की पहल व वकालत करे। यदि पार्टी के टिकट या पद की लालच या किसी डर से ऐसा नहीं करे और चुप रहे तो ऐसे राजनेताओं की कोई वैल्यू नहीं है चाहे वे किसी भी विचारधारा या जाति या धर्म से सम्बंध रखते हो।

5. पुलिस की वैल्यू है कि वह नागरिकों को सुरक्षा मुहैया कराये। यदि वह ऐसा नहीं करती है तो चाहे पुलिस वाले कितने हष्ट-पुष्ट हो, माडर्न हथियार व संसाधनों से युक्त हो, अच्छी बाते करते हो, उनकी कोई वैल्यू नहीं है।

6. माननीय न्यायालयों की वैल्यू है कि वे नागरिकों को न्याय प्रदान करे ताकि देश में कानून का सम्मान हो, कोई भी नागरिक बेवजह अत्याचार का शिकार नहीं हो। यदि ऐसा नहीं हो तो न्यायालय की वैल्यू कम होना स्वाभाविक है।

7. सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों की वैल्यू है कि वे उनकी जिम्मेदारियों का सही निर्वहन करे ताकि नागरिकों को सहुलियत मिले। जो ऐसा नहीं करते है तो उनकी कोई वैल्यू नहीं है। 

8. स्टूडेंट की वैल्यू है कि वह पढ़े और ज्ञानार्जन करें। यदि वह पढ़ने की उम्र में ऐसा नहीं करता है और दूसरी चीजों में व्यस्त रहता है तो ऐसे स्टूडेंट की कोई वैल्यू नहीं है। 

वैल्यू के कांसेप्ट को समझने के लिए उक्त तो कुछ ही उदाहरण है। जिनसे  एकदम स्पष्ट है कि चीजों की वैल्यू का क्या तात्पर्य है। और  अनेक उदाहरण हो सकते है। 

अब विचार करें कि हमारे स्वयं व दूसरों से भी जीवन के विभिन्न पहलुओं में वैल्यू अपेक्षित रहती है। हर सामाजिक सम्बन्ध में वैल्यू अपेक्षित होती है। पिता, माँ, पुत्र, पुत्री, मित्र, पति, पत्नि, भाई, बहन, रिश्तेदार, मित्र, जानकर के रूप में व अनजान के लिए मानवीय गुणों के आधार पर वैल्यू अपेक्षित रहती है। इसी प्रकार इम्प्लोयर व इम्प्लोयी से वैल्यू अपेक्षित होती है। नेता व जनता से एक दूसरे के लिए वैल्यू अपेक्षित होती है।

हर व्यक्ति को उसकी विभिन्न भूमिकाओं  में अपेक्षित वैल्यू का स्वयं को ध्यान रखने की जरूरत है। अपेक्षा करने वालो को भी चाहिए कि बेवजह बिना वैल्यू वाले लोगों या चीजों को अनावश्यक लम्बे समय तक ढोये नहीं। जो पेन लिख नहीं सकते है उन्हें त्यागना बेहतर है। यह तार्किक तथ्य राजनेताओं सहित सभी के लिए लागू है।

सादर
Raghuveer Prasad Meena

1 comment:

Thank you for reading and commenting.