Saturday 10 August 2019

मैसूर में इन्फोसिस ट्रेनिंग सेंटर व बीईएमएल परिसर की विजिट।

rpmwu255
10.08.2019

मैसूर में इन्फोसिस ट्रेनिंग सेंटर व बीईएमएल परिसर की विजिट। 

आज मैसूर विजिट के दौरान इन्फोसिस के इम्पाई ट्रेनिंग सेंटर एवं बीईएमएल की परिसर देखी। इन्फोसिस लिमिटेड 37 वर्ष पुरानी एक प्रतिष्ठित बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी सेवा कंपनी है, जिसका मुख्यालय बेंगलुरु में स्थित है। यह भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनियों में से एक है। इस कम्पनी में लगभग 2.3 लाख लोग काम करते हैं। इसका दुनिया भर के 46 देशों में काम हैं। इस कम्पनी का सालाना टर्नओवर लगभग 84000 करोड़ रू. (12.1 b$) है, जो कि प्रतिदिन लगभग 230 करोड़ होता है। इसके 1336 ग्राहक है। 1981 में इस कम्पनी की श्री एन.आर.नारयणमूर्ति ने श्री नन्दन एन. निलेकणी, श्री एस. गोपालकृष्णन, श्री एस.डी. शिबुलाल, श्री के. दिनेश, श्री एन.एस. राघवन व श्री अशोक अरोरा के साथ मिलकर स्थापना की थी।
इन्फोसिस का मैसूर में ट्रेनिंग सेंटर वास्तव में देखने लायक है। यह 337 एकड़ में फैला हुआ है और यहां पर जाॅब लगने के उपरांत 10500 ट्रेनि इम्पोईज् को ट्रेनिंग दी जाती है एवं लगभग 6000 प्रोग्राम डेवलपर भी इसी कैंपस में काम करते हैं। ट्रेनिंग के लिए जो क्लासरूम बने हैं वे हर तरह की मॉडर्न सुविधा से युक्त है। ट्रेनिज् के लाईब्रेरी, फूडकोर्ट, हाॅटल जैसे हाॅस्टल रूम, स्विमिंग पूल, जिम, इनडोर गेम्स, आउटडोर गेम्स, मूवी थिएटर व हर तरह की अन्य सुविधा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की है। कैम्पस बहुत ही ग्रिन व सुन्दर है और इसकी बहुत ही उच्च कोटि की मेंटेनेंस है। प्रोग्राम डेवलपमेंट व क्लासरूमस् की बिल्डिंगस् व मल्टीलेवल पार्किंग गजब की बनी हुई है। इसे देखकर लगता है कि भारत वास्तव में अग्रणी देशों की श्रेणी में जल्दी ही आ जाएगा।
इस केंपस को भारत में बनाने के लिए श्री नारायण मूर्ति, इंफोसिस के संस्थापक व उनकी टीम को बहुत-बहुत धन्यवाद।
बीईएमएल, भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड, की परिसर को देखा। इस परिसर में भारी क्षमता 60, 100, 120 व 205 टन वाले ट्रिपलर व स्प्रिन्कलर ट्रकों का निर्माण किया जाता है। ये ट्रक कोलमाईन्स में उपयोग में आते हैं। बीईएमएल की इस यूनिट का सालाना टर्नओवर लगभग ₹700 करोड़ है। यूनिट इंचार्ज श्री एच. एस. रंगनाथ स्वयं ने कार्यक्षेत्र की विजिट करवाई, उन्हें बहुत बहुत धन्यवाद।
जब भी हम बाहर जाए तो हमें मंदिर और पुरानी चीजों को देखने की अपेक्षा नई चीजों को देखना चाहिए ताकि हमारे सोचने का नजरिया बदलें और हम अच्छी चीजों को विकसित करने के लिए उत्तम प्लान कर सकें।
रघुवीर प्रसाद मीना

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