Sunday 16 October 2016

प्रतापनगर, जयपुर में मीना समाज के निर्माधीन बालिका छात्रावास हेतु सहयोग राशी के सम्बंध में अपील।

rpmwu91
16.10.16
प्रतापनगर, जयपुर में मीना समाज के निर्माधीन बालिका छात्रावास हेतु सहयोग राशी के सम्बंध में अपील। 


इस बालिका छात्रावास का निर्माण  "अखिल भारतीय श्री मीना सामाजिक एवं शैक्षणिक समिति,कोटा के तत्वावधान में हो रहा है। यह संस्था पूर्व में कोटा में एक बालिका छात्रावास का निर्माण करवा चुकी हैजो कि विधिवत् रूप से संचालित है। इसी प्रकार दौसा में भी इस संस्था द्वारा बच्चों केलिए एक छात्रावास बनवाया गया हैवह भी संचालित है। वर्तमान में श्री लक्ष्मण सिंह मीना जीसे.निआई पी एस संस्था के अध्यक्ष है। समाज का कोई भी व्यक्ति रू. 21000/- की आजीवन मेम्बरशिप फ़ीस जमा करवाकर संस्था का सदस्य बन सकता है। 

यह छात्रावास राजस्थान हाउसिंग बोर्ड द्वारा हल्दीघाटी मार्ग पर मेवाड़ अपार्टमेंटस् से जुड़ते हुए 200'x100' रोडों के कॉर्नर पर न्यूनतम धनराशी पर अॉबंटित 3000 वर्ग मीटर (3600 वर्ग गजज़मीन पर बनाया जा रहा है। आज इस ज़मीन की बाज़ार में क़ीमत लगभग 25-30 करोड़ रूहै। हॉस्टल G+4 मंज़िल हेतु प्लान किया हुआ है। प्रत्येक मंज़िल पर 23 डबल सीटेड विद अटेच्ड टॉयलेट वातानुकूलित कमरों का प्रावधान है। इस  5 मंज़िलों पर 23 X 2 X 5 = 230 बच्चियॉ रह सकती है। 

अभी G+1 अर्थात् दौ छत ढ़ाल दी गई है। परन्तु आर्थिक सहयोग की कमी के चलते निर्माणकार्य की गति धीमी है। आज दिनांक 16.10.16 को अखिल भारतीय श्री मीना सामाजिक एवं शैक्षणिक समिति,कोटा की साधारण सभा की बैठक का आयोजन था जिसमें मुख्य मुद्दा यह रहा कि आर्थिक सहयोग की कमी के कारण G+4 मंज़िल की क्षमता वाली नींव पर कितनी मंज़िलों का निर्माण किया जाये? क्या कार्य को G+1 पर ही रोक दें ? समाज के अच्छे लोगो से सकारात्मक आशा करते हुए यह तय किया गया कि तीसरी मंजिल का निर्माण प्रारम्भ किया जाये एवम आर्थिक सहयोग हेतु पुनः मुहिम शुरू की जाये।  

यह छात्रावास समिति द्वारा उपलब्ध करवाई गई ज़मीन पर समाज के सहयोग से बनाया जा रहा है।मंज़िलों की नींव पर धन खर्च करने के बाद यदिधन के अभाव में 5 मंजिलें नहीं बन पाये तो यह समाज के लिए विचारणीय बिन्दु है। 

हमारे समाज के लोग ऐसे तो सामाजिक प्रायोजनो में सकारात्मक होते है परन्तु यह देखा जा रहा है कि राजस्थान की राजधानीजयपुर जैसे स्थान पर बालिका छात्रावास जैसे परोपकारी  सामाजिक महत्व के अतिमहत्वपूर्ण कार्य हेतु आर्थिक सहयोग में शिथिलता बरती जा रही है।  यदि आर्थिकसहयोग में कमी के कारण जब एक बार निर्माण कार्य बीच में रोकना पड़ गया तो उसका पुनप्रारम्भ होना बडा ही कठिन है। कुछ लोग सोच रहे है कि बाद में देखते है परन्तु तब बहुत देर हो चुकी होगी। अतसहयोग राशी को बाद में दे देने की सोच को बदले  जल्दी ही दें। 

उक्त के मध्येनज़र मेरा सभी भाईबहनों से अनुरोध है कि इस बिषय पर ध्यान दे एवं अंधविश्वास  कथाभागवतयज्ञ इत्यादि पर धन व्यर्थ करने कीबजाय बालिका छात्रावास के निर्माण में आर्थिक सहयोग करे। यदि आपके जीवन में कोई शुभ कार्य हुआ है या सफलता मिली है तो उसे इस छात्रावास में आर्थिक सहयोग से जोड़े। जब इसमें पढ़ने वाली बच्चियॉ बड़ी होकर समाज का नाम रोशन करेगी तो आपको निश्चय ही बहुत प्रशन्नताहोगी। 

सहयोग हेतु "अखिल भारतीय श्री मीना सामाजिक एवं शैक्षणिक समिति, कोटा." के पी.एन.बी. बैंक के खाता संख्या 3588000100114984        IFSC: PUNB0358800 में धन राशि जमा करवाई जा सकती है। यदि कोई और जानकारी चाहिए तो मेरे से बात की जा सकती है। 


जय मीनेष।

रघुवीर प्रसाद मीना, 
9001195404






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