rpmwu452 Dt. 23.04.2022
रास्ता मंदिर_मस्जिद_चर्च_गुरूद्वारा
रास्ते, आमजन के उपयोग के संसाधन होते है। रास्ते पर अतिक्रमण करने से या जायज़ बिल्डिंग के बनी हुई होने से भी यदि रास्ते की चौड़ाई कम हो जाती है तो यातायात में बाधा उत्पन्न होती है जिससे सभी को असुविधा व परेशानी का लगातार सामना करना पड़ता है। सरकार व स्थानीय निकाय समय समय पर आमजन की सुविधा के लिए रास्तों के चौड़ीकरण के लिए कार्य करती है ताकि रास्तों की चौड़ाई अच्छी हो जाये।
धार्मिक स्थल मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारे या अन्य आस्था के केन्द्रों को पहले से ही दूर ऐसी जगह बनाना चाहिए जहाँ शांति से व्यक्ति पूजा अर्चना या ध्यान केन्द्रित कर सके। परन्तु स्वार्थी लोग तो धार्मिक स्थल बनाते ही इसलिए है कि उनकी आड़ में चौड़ीकरण का कार्य करना कठिन हो जाये और अनाधिकृत बिल्डिंग बच जाये।
रास्तों के चौड़ीकरण में घर, दुकानों के अलावा यदि धार्मिक स्थल भी आते है तो उन्हें भी हटाया जाता है। रास्ता आमजन के उपयोग का संसाधन है अत: वह भी धार्मिक स्थल के समान ही है या उनसे अधिक महत्वपूर्ण है।
यदि हम वास्तव में गांवों, कस्बों व शहरों की स्थिति सुधारना चाहते है तो हमें रास्तों के चौड़ीकरण करने वाले अधिकारियों व निकाय के पदाधिकारियों को हतोत्साहित नहीं करना चाहिए बल्कि उन्हें प्रोत्साहित करने की जरूरत है।
सादर
रघुवीर प्रसाद मीना
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