Saturday 16 April 2022

16 अप्रैल 1853 भारतीय रेल का जन्मदिन



rpmwu449 Dt 16.04.2022

#happybirthdayindianrailways 16 अप्रैल 1853 शनिवार का दिन था, आज फिर 16 अप्रैल 2022 को शनिवार है। 1853 का यह दिन भारतीय रेलव के इतिहास में अविस्मरणीय दिन है। इसी दिन भारत में मुम्बई से ठाणे प्रथम रेलगाड़ी की यात्रा की शुरुआत हुई थी।

16 अप्रैल 1853 को 3:35 बजे ग्रेट इंडियन पेनिनसुला रेलवे की पहली रेलगाड़ी बंबई (अब मुम्बई) के बोरी बंदर से थाने (अब ठाणे) जाने के लिए रवाना हुई। रेलगाड़ी को इस 21 मील (33.8 किमी) के सफर को तय करने में 57 मिनट का समय लगा। 14 डिब्बों वाली इस रेलगाड़ी जिनमें 400 यात्री सवार थे को, तीन लोकोमोटिव जिनका नाम सुल्तानसिंध और साहिब था, खींच रहे थे।

रेलवे में सबसे पहले स्टीम इंजन फिर डीजल इंजन व अब इलेक्ट्रिक इंजन का प्रयोग होता है। वंदे भारत ट्रेन में ट्रेन सेट कांसेप्ट का उपयोग है जिसमें  3 से 4 कोचेज् में ड्राइविंग यूनिट होती है।

कोच पहले चार पहिया के होते थे फिर आई आर एस बोगी के साथ वुडन बाॅडी के बनते थे। बाद में आई सी एफ बोगी के साथ स्टील बाॅडी के कोच लम्बे समय से सर्विस में है। अब एल एच भी डिजाइन के कोच बनाये जा रहे है।

वैगन पहले चार पहिया फिर यू आई सी बोगी के साथ वैक्यूम ब्रेक्ड 8 पहिया के रहे। अब केस्नब बोगी डिजाइन एयर ब्रेक वैगन सर्विस में है। 

रेलवे ट्रेक पहले ब्राॅड गैज के साथ नेरो व मीटर गैज काफी मात्रा में थे। जिनमें लकड़ी व स्टील के स्लीपरस् का उपयोग होता था। अब अधिकतर जगह ब्राॅड गैज ट्रेक 52 व 60 किलोग्राम प्रति मीटर की रेलस् पी आर सी स्लीपरस् के साथ उपलब्ध है।

रेलवे सिगनलस् में भी लोअर क्वाडरेंट टू आॅस्पेक्ट से अपर क्वाडरेंट मल्टीपल आॅस्पेक्ट से होते हुए एल ई डी लिट कलर लाईट व आॅटोमेटिक सिगनलस् तक की गज़ब उन्नति हुई है। सिगनल इंटरलोकिंग भी मैकेनिकल से स्टैंडर्ड वन, टू, थ्री, पीआई व ई आई के रूप में माॅडर्न हो चुकी है।

सोफ्टवेयर व इंफॉर्मेशन के क्षेत्र में भी रेलवे में रिजर्वेशन सिस्टम, कंट्रोल आॅफिस एप्लीकेशन, फोइस, कोइस, मैटेरियल मैनेजमेंट, क्रू मैनेजमेंट, ट्रेक मैनेजमेंट, एचआरएएमएस, अकाउंटिंग इत्यादि में बहुत उन्नति की है।

भारतीय रेलवे में कभी 17 लाख के लगभग अधिकारी व कर्मचारी थे, जो कि अब 13 लाख से कम है। जबकि यात्री गाड़ियां व माल ढुलाई कई गुणा बढ़ चुकी है। ऐसा नई तकनीक के इंटीग्रेशन से ही सम्भव हो पाया है।

रेलवे के लिए आज के दिन भी बहुत चैलेंज है। रोडस् व रोड व्हीकलस् की गुणवत्ता भी जोरदार हो रही है। आम लोग भी लम्बी दूरी में हवाईजहाज़ से यात्रा करने लग गये है। आवश्यकता है कि रेलवे Efficiency व Economy पर और ज्यादा ध्यान दे। गाड़ियों की स्पीड बढ़ाये। हाईस्पीड की गाड़ियां इंट्रोड्यूस करें। देश की उन्नति में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के साथ आम आदमी की आकांक्षाओं की पूर्ति करे।

सादर

रघुवीर प्रसाद मीना 

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