rpmwu358 dt. 29.06.2020
‼️पांचना अभियान उद्घोष‼️
हो चुकी है देर, अब और परीक्षा नहीं लेनी चाहिए ...
हो चुकी है देर, अब और परीक्षा नहीं लेनी चाहिए...
पाँचना डैम की नहरों में पानी खुलना ही चाहिए ...
13 वर्षो से 47 गाँवों की, 40000 बीघा भूमि असिंचित रहने से 1300 करोड़ का हो चुका नुकसान,
कर्ज के बोझ से दब गया सवा लाख परिजन और किसान....
बच्चों को पढ़ाने का माँ बाप नहीं उठा पा रहे खर्चा, सपने चूर हो रहे है,
और माँ की आँखों में आँसू देखकर भी जिम्मेदार सो रहे है....
आज जिनके मन में चोर है, उनका छुपकर विरोध करना दिखने लगा,
पर बात है कि ऐसे जाहिलों का सबको पता चलने लगा...
हर सड़क पर, हर गली में, हर डगर में, हर गाँव में,
हाथ लहराते हुए यह बात चलनी चाहिए ...
पाँचना डैम की नहरों में पानी खुलना ही चाहिए....
सिर्फ हंगामा खड़ा करना पाँचना मित्रों का मकसद नहीं,
संकल्पित कोशिश है कि पाँचना डैम की नहरों में पानी आना ही चाहिए ...
मेरे सीने में और तेरे सीने में भी, आग जलनी चाहिए ...
पाँचना डैम की नहरों में पानी खुलना ही चाहिए...
सादर
Raghuveer Prasad Meena
अनुकरणीय बौद्धिक उद्घोष ...
ReplyDeleteअनुकरणीय बौद्धिक उद्घोष ...
ReplyDeleteपांचना बांध से नहरों में पानी छोड़ना अतिआवश्यक है। क्यों कि अब मानसून भी चालू हो गया है।
Deleteकिसान का सहारा पांचना बाॅध,
ReplyDeleteअब होई बहुत देर है, पाॅचना का पानी छोड़ो नहरों में