rpmwu310
23.02.2020
DAP : विदेशी आक्रांताओ से पराजय का प्रमुख कारण रहा है।
इतिहास को समझने व विश्लेषण से पता चलता है कि हमारे देश में विदेशी आक्रांताओ की जीत लिए धार्मिक अंधविश्वास का प्रदूषण (DAP) बहुत भयंकर रूप से जिम्मेदार रहा है। इस प्रकार परोक्ष रूप से वे लोग हमारे देश की पराजय के लिए जिम्मेदार है जिन्होंने DAP को उनके स्वयं के स्वार्थ के लिए गढ़ा व फैलाया।
23.02.2020
DAP : विदेशी आक्रांताओ से पराजय का प्रमुख कारण रहा है।
इतिहास को समझने व विश्लेषण से पता चलता है कि हमारे देश में विदेशी आक्रांताओ की जीत लिए धार्मिक अंधविश्वास का प्रदूषण (DAP) बहुत भयंकर रूप से जिम्मेदार रहा है। इस प्रकार परोक्ष रूप से वे लोग हमारे देश की पराजय के लिए जिम्मेदार है जिन्होंने DAP को उनके स्वयं के स्वार्थ के लिए गढ़ा व फैलाया।
जब जब विदेशी आक्रांताओ ने भारत में आक्रमण किया तब हमारे देश में लड़ने वालो की संख्या सीमित ही रही क्योंकि DAP के अनुसार केवल क्षत्रियों (कुल जनसंख्या का लगभग 5 से 10%) को ही लड़ने का अधिकार था। जो बड़ी जनसंख्या थी वह लड़ने के बारे में विचार ही नहीं करती थी क्योंकि उन्हें युद्ध से कोई लेना-देना ही नहीं था, उनके लिए तो हथियारों के हाथ लगाना पाप था। वे DAP के कारण केवल तमाशबीनों की भीड़ की तरह ही बनकर रह गये थे।
देश में विदेशी मूल के मुस्लिम व अंग्रेज शासकों के राज के लिए प्रमुख रूप से DAP व उसको गढ़ने वाले लोग ही जिम्मेदार हैं। DAP ने बहुत बड़ी जनसंख्या की लड़ाई कर सकने की योग्यता को ही विकसित नहीं होने दिया। उनके मन में हीनता का बीज बो दिया गया। एकलव्य की भांति युद्ध कौशल सीख लेने, अंगूठे तक कटवा डाले गये। ऐसे में बड़ी जनसंख्या ने युद्ध से दूर रहना बेहतर समझा।
DAP ने धर्म की आड़ में बहुत बड़ी जनसंख्या को हथियारों व शिक्षा से दूर रहना सीखा दिया।
इस बात को समझने के बाद अब देश की बड़ी जनसंख्या को शिक्षा व युद्धकला से दूर नहीं रहना चाहिए। DAP के विभिन्न पहलुओं से अपने आप को दूर रखे व दूसरों को भी दूर रहने हेतु प्रेरित करे ।
रघुवीर प्रसाद मीना