Wednesday 25 September 2019

धर्म व मूर्तिपूजा - मनुष्य के मष्तिष्क के नियंत्रण का टूल।

rpmwu267
24.09.2019

ताकतवर जानवरों पर नियंत्रण करने के लिए उनके विभिन्न नाजुक अंगों को छति पहुंचाई जाती है उदाहरणार्थ बैल को पहले बादी किया जाता है फिर नाक में नाथ डाली जाती है और फिर सम्पूर्ण जीवनभर उसे उसकी नाथ के माध्यम से छोटा बच्चा ही नियंत्रित कर लेता है। इसी प्रकार हाथी जैसे विशालकाय जानवर को धातु के अंकुश से उसके सिर या कान या सूंड में चोट पहुंचाकर नियंत्रित किया जाता है। घोड़े व ऊंट को भी उनके नाजुग अंगों को दर्द पहुंचाकर ही नियंत्रित किया जाता है।

मनुष्य को नियंत्रित करने के लिए उसके मष्तिष्क में धर्म के माध्यम से भगवान व भाग्य का डर बिठाया गया है। ऐसी धार्मिक व्यवस्था से मुठ्ठी भर लोगों को लाभ है जबकि अधिकांश को नुकसान व सामाजिक तौर पर उन्हें नीचा दिखाने और डिमोर्लाइज किये रखने का साधन है।

आपके क्या विचार हैं, कृपया साझा करें।

रघुवीर प्रसाद मीना

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