rpmwu197
26.02.2019
व्यक्ति वह बन जाता है जो वह सोचता है। अतः हमें हमारी सोच को उत्कृष्ट बनाने की महत्ति जरूरत है। सोच को बदलने के लिए युवाओं में अच्छे संस्कार विकसित करना जरूरी है। ऐसा करने के लिए विभिन्न स्तरों पर युवा संस्कार शिविर आयोजित करने से सोच को अच्छी दिशा देने में गति आ सकती है। शिविरों में निम्न बिन्दुओं पर विचार किया जा सकता है -
1. निरोगी शरीर हेतु व्यसनों से दूर रहे व नियमित आयाम करें।
1. निरोगी शरीर हेतु व्यसनों से दूर रहे व नियमित आयाम करें।
2. धार्मिक अंधविश्वास के प्रदूषण से दूर रहे और दूसरों को भी दूर रहने की सलाह दे। वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करें। जाति धर्म के लोगों के साथ अच्छा व्यवहार रखे ।
3. अपने कार्य को संपूर्ण कर्तव्य परायणता के साथ निष्पादित करें। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में स्किल डेवलप करें ताकि कार्य ताकि किए जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता आपकी पहचान बन सके।
4. याद रखें कि आपके व्यवहार से आपकी ब्रांड बनती है अतः सभी के साथ अच्छा व्यवहार करें।
5. गरीब व कमजोर लोगों के प्रति सहानुभूति की भावना रखें और सभी की मदद करें।
6. बड़ों का सम्मान करें और अपने से छोटों को प्रोत्साहित व सहायता प्रदान करें।
7. कथा, भागवत व रामायण इत्यादि के स्थान पर संविधान का अध्ययन करें और उसके विभिन्न पहलुओं व महानता को समझे और जीवन में अपनाएं।
8. महापुरुषों जैसे बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व अन्य महापुरुषों की जीवनी को पढ़े व उनसे समाज हित में अच्छे काम करने की प्रेरणा ले।
9. अपनी पोस्ट को एक अपॉर्चुनिटी समझे और सभी की मदद करने का प्रयास करें। बात तो कम से कम अच्छी तरह करें।
10. प्रश्नपत्र का उत्तर देते समय जैसे हर प्रश्न को अटेम्प्ट करने का प्रयास रहता है। इसी प्रकार जीवन के हर पहलू को बैलेंस करने का प्रयास करें। अपने बच्चों, पत्नी के साथ साथ मां बाप भाई बहन रिश्तेदार दोस्त सभी पर बैलेंस होना।
इसमें और क्या क्या जोड़ा जाये?
रघुवीर प्रसाद मीना
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