rpmwu96
13.11.2016
अक्सर देखा जाता है कि कई लोग जीवन में छोटी मोटी समस्याओं के आने पर बहुत अधिक व्यथित हो जाते है। स्वमं तो परेशान होते ही है दूसरों में भी भय का वातावरण व्याप्त कर देते है। आजकल सरकार द्वारा रू. 500-1000 के पुराने नोटों के चलन को बंद करने से बेवज़ह लोग ज्यादा ही परेशान हो रहे है एवमं दूसरों को भी अनुचित रूप से डरा रहे है। समस्याओं से निपटने के लिए निम्न दोनों तरीक़ों को आज़माये एवमं जीवन को सरल बनाएँ-
1. एक बार होटल में चल रही पार्टी में एक महिला ने देखा कि उसके कन्धे के ऊपर एक कॉक्रोच को बैठा हुआ है। महिला जो कि बहुत ख़ुश थी, पार्टी को इंजॉय कर रही थी, अचानक ज़ोर से चीख़ी, लोग समझ पाते तब तक उसने ऐसा व्यवहार किया मानो उसे बिजली का करेंट लग गया हो, उसके कपड़े अस्त-व्यस्त हो गये तथा वह बहुत परेशान नज़र आने लगी। इतनें में वह कॉक्रोच उस महिला की सहायता करने वाली दुसरी महिला पर जम्प कर गया, वह महिला भी पहली महिला की तरह भययुक्त व्यवहार करने लगी एवमं परेशान हो गई। इतने में अफ़रातफ़री देख एक हॉटलकर्मी आया, उसने कॉक्रोच को बहुत ही आसानी से पकड़ा व बहार फैंक दिया। यानी, समस्या के आने पर बेवजह व्यथित नहीं हो , सरलता से उसका समाधान ढूँढे़ और समाधान की क्रियान्वित करें।
2. जब कोई गम्भीर समस्या आ जाये तो खराब से खराब परिणाम के बारे में मन में विचार कर ले और तब उस ख़राब परिणाम को कम करने के बारे में सोचे तथा अपने खास नज़दीकी दोस्तों एवमं परिवारजनों से विचारविमर्श करके सकारात्मक समाधान की ओर अग्रेसित हो। समस्या के नुकसान को कम करने का यह प्रभावी तरीक़ा है।
समस्या या परेशानियॉ जीवन का अभिन्न अंग है। जीवन को सफल बनाने के लिए उन्हे सरलता से हैण्डल करना सीखना ही होगा।
रघुवीर प्रसाद मीना
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