महिलाओं के लिए शिक्षा प्रारम्भ करवाने वाली सावित्रीबाई का जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था। मात्र 10 वर्ष की आयु में इनका विवाह ज्योतिराव फुले से हुआ था। 5 सितंबर 1848 में पुणे में अपने पति के साथ मिलकर विभिन्न जातियों की नौ छात्राओं के साथ उन्होंने महिलाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की।
जब माता सावित्रीबाई महिलाओं की शिक्षा के लिए आगे आई तब समाज में महिलाओं को पढ़ाया नहीं जाता था। उनके अग्रणी रोल के कारण उनका बहुत विरोध हुआ, लोगों ने अपमान किया परन्तु उन्होंने बहादुरी और जज्बा दिखाया। वे महिला शिक्षा की प्रेरणा स्त्रोत है। उन्हें शत-शत नमन।
सादर
रघुवीर प्रसाद मीना
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