All the able persons in the world need to make lives of the poor and downtrodden better with human dignity by innovative thinking, planning and execution.शारीरिक रूप से मजबूत को कमजोर की, अधिक बुद्धिमान को कम बुद्धिमान की और धनवान को गरीब की मदद करना ही मानवता है।
Monday, 22 January 2024
श्रीराम भगवान से प्रेरणाएं एवं सीखें
Wednesday, 3 January 2024
महान समाजसेविका माता सावित्रीबाई फुले
महिलाओं के लिए शिक्षा प्रारम्भ करवाने वाली सावित्रीबाई का जन्म 3 जनवरी 1831 को हुआ था। मात्र 10 वर्ष की आयु में इनका विवाह ज्योतिराव फुले से हुआ था। 5 सितंबर 1848 में पुणे में अपने पति के साथ मिलकर विभिन्न जातियों की नौ छात्राओं के साथ उन्होंने महिलाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की।
जब माता सावित्रीबाई महिलाओं की शिक्षा के लिए आगे आई तब समाज में महिलाओं को पढ़ाया नहीं जाता था। उनके अग्रणी रोल के कारण उनका बहुत विरोध हुआ, लोगों ने अपमान किया परन्तु उन्होंने बहादुरी और जज्बा दिखाया। वे महिला शिक्षा की प्रेरणा स्त्रोत है। उन्हें शत-शत नमन।
सादर
रघुवीर प्रसाद मीना