Saturday 3 December 2022

विचार करें कि पानी पर चलना सीखने पर कहीं बेवजह समय, ऊर्जा व संसाधन तो नष्ट नहीं कर रहे है?

rpmwu 461 dt 03.12.2022

जो काम वैकल्पिक तरीकों से आसानी से सम्भव हो सकते है उन पर बेवजह बहुत अधिक समय, ऊर्जा व संसाधन खर्च नहीं करने चाहिए।

एक बार दो व्यक्ति स्वामी रामकृष्ण परमहंस के पास गये और उनमें से एक ने दूसरे का परिचय करवाया कि महाराज इस महापुरुष ने 20 वर्ष की कड़ी मेहनत, लगन और तपस्या से पानी पर चलना सीख लिया है और अब यह बिना कपड़े गीले किये आसानी से नदी पार कर सकता है। स्वामी रामकृष्ण परमहंस ने कहा यह काम तो 2 पैसे देकर नाव के माध्यम से आराम से किया जा सकता है। नदी पार करने के लिए पानी पर चलना सीखने में 20 वर्ष का लंबा समय खर्च करने की क्या आवश्यकता थी? वे दोनों व्यक्ति एकदम निरूत्तर हो गये।

हम भी जीवन में बहुत से कामों पर बेवजह असंगत (disproportionate) समय, ऊर्जा व संसाधन खर्च करते है। जो भी चीज हम कर रहे है उनके बारे में विचार करें और परखें कि कहीं हम पानी पर चलना सीखने जैसे कामों पर तो अनावश्यक समय, ऊर्जा व संसाधन खर्च तो नहीं कर रहे है।

सादर
Raghuveer Prasad Meena

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