Friday 15 September 2017

भेदभाव करके मनुष्य बड़ा नहीं बन सकता है - बिना भेदभाव के जीवन जीने की पद्धति अपनाना ही श्रेष्ठ है।

rpmwu120
15.09.2017

सुर्य हम सभी के जीवन व प्रकृति संचालन में बहुत ही अहम् भूमिका निभाता है। सोच कर विचार करने पर पता चलता है कि सूरज सभी के साथ एक जैसा ही व्यवहार करता है। सुर्य अच्छी से अच्छी व खराब से खराब चीज, मनुष्य व अन्य जीवजंतु, अमीर व गरीब सभी पर एक जैसा प्रकाश डालता है। कीचड़ व पवित्र जल को एक ही भाव से सुखाता है। ऐसे ही जल, अग्नि व वायु सभी के साथ समान व्यवहार करते है। अर्थात यदि किसी को बड़ा होने का गौरव प्राप्त करना है तो वह भेदभाव नहीं कर सकता है।
उक्त से प्रेरणा लेते हुए हम सभी को चाहिये कि हमारे जीवन में हम बिना भेदभाव बरते हुए कार्य करे। भेदभाव से दूर रहकर, हम ना केवल सभी की मदद कर सकेगें बल्कि एक ऐसा संदेश भी दे पायेंगे जिससे दूसरे प्रेरित होकर भेदभाव छोड़ देगें।
रघुवीर प्रसाद मीना

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