rpmwu 108
26.03.2017
अक्सर इस प्रकार के प्रकरण सामने आते हैं जिनमें व्यक्ति बोलता है कि मेरे साथ गलत हो गया, मुझे भारी नुकसान कर दिया गया है इत्यादि इत्यादि। गहराई में जाने पर पता चलता है कि कई बार व्यक्ति स्वयं ही पहले तो चीजों पर ध्यान नहीं देता है, लापरवाही बरतता है या उन्हें सही ढंग से हैंडल नहीं करता है और जब परिस्थितियां विपरीत हो जाती है एवम नुकसान हो जाता है तो वह स्वयं के बजाय दूसरों पर दोष मढ़ता रह जाता है और हो चुके नुकसान की भरपाई नहीं हो पाती है।
यह बात जीवन के हर पहलु, घर व ऑफिस दोनों पर लागु होती है। यदि हम महत्पूर्ण चीजों पर समय रहते उचित ध्यान नहीं देगें तो उन्हें नुकसान होने की सम्भावना बनी रहेगी। हमें समय रहते हुए अपनी चीजों पर उचित ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि कोई भी व्यक्ति अनावश्यक या आसानी से हमें नुकसान नहीं कर सके ।
सभी को सावधान रहने तथा अपने अपने घर और कार्य क्षेत्र में अच्छे सिस्टम अपनाने जरुरत है ताकि नुकसान होने की सम्भावना कम से कम रहे । यदि सिस्टम लूज़ रहेगा तो नुकसान करने वालों को आसानी रहेगी तथा वे आसानी से नुकसान करने में सफल हो पाएंगे। यदि घर पर समय रहते ध्यान नहीं दिया, दरवाजों पर ताला नहीं लगाया या लंबे समय तक सुना छोडा और नुकसान हो जाये तो दोष दूसरे का न होकर हमारा ही ज्यादा है। अतः चीजों को ढीला नहीं छोड़े व समय रहते उन पर उचित ध्यान दे।
रघुवीर प्रसाद मीना
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