rpmwu142
20.10.2018
दिनांक 19.10.2018 को पंजाब के अमृतसर में एक बहुत ही दर्दनाक हादसा हुआ जिसमें 61 लोग रेलगाड़ी की चपेट में आने से मौत हो गई। ये लोग रेलवे ट्रैक पर अनाधिकृत रूप से दशहरे के अवसर पर रावण दहन देखने एकत्रित हुए थे। इन्होंने इस बात की परवाह नहीं की कि रेललाइन पर रेलगाड़ी आ सकती है। जिस समय हादसा हुआ था उस समय अंधेरा हो चुका था, ये लोग रावण दहन देखते रहे और तेज रफ्तार की रेलगाड़ी से रौंदे गये।
यह हादसा बहुत ही दर्दनाक एवं खेदजनक है। इस हादसे के लिए आयोजनकर्ता एवं ये लोग स्वयं जिम्मेदार है। आयोजनकर्ताओं को रेलवे ट्रैक के इतने नजदीक कार्यक्रम नहीं रखना चाहिए था एवं इन लोगों को भी रेल ट्रैक पर इकठ्ठा नहीं होना चाहिये था।
मरने वालों में अधिकतर उन लोगों की संख्या थी जो कम पढ़े लिखे व कमजोर वर्ग के थे। ऐसा केवल इन लोगों की धार्मिक अंधविश्वास के प्रदूषण (DAP) में आस्था के कारण हुआ। जब भी DAP की घटनाओंं में भीड़ की भगदड़ से लोग मरते हैं तो वे गरीब व पिछड़े लोग ही अधिकतर होते हैं। जरूरत है लोगो को DAP से दूर रहने हेतु जागरूक करने की।
रेल्वे एक्ट 1989 की धारा 147 के अनुसार रेल सम्पत्ति पर ट्रेस पासिंग करना दण्डनीय अपराध है। रेलवे ट्रैक पर जाना या पार करना भी इसी श्रेणी में आते हैं। जयपुर में खासकर गांधीनगर से जगतपुरा व अन्य कई स्थानों पर भी लोग रेल ट्रैक पर अनाधिकृत रूप से जाते है, कई बार आती हुई ट्रेन के सामने सेल्फी लेते है। लगभग हर दिन कहीं न कहीं एकाध हादसा होता है, फिर भी लोग नहीं समझ रहे है।
हम सभी को स्वयं को समझने व दूसरों को DAP से दूर रहने व रेल ट्रैक पर ट्रेसपासिंग नहीं करने के लिए समझाने की जरूरत है।
No comments:
Post a Comment
Thank you for reading and commenting.